मेरठ में एनसीईआरटी की डुप्लीकेट किताबें छापने का पर्दाफाश हुआ है। यूपी एसटीएफ और मेरठ पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में 35 करोड़ की डुप्लीकेट किताबें पकड़ी गई हैं। छह प्रिंटिंग मशीनें मिली हैं। दर्जनभर लोगों को हिरासत में लिया गया है। प्रिंटिंग प्रेस की छह आधुनिक मशीनें बरामद कीं। एसएसपी के अनुसार बरामद किताबों व छह आधुनिक मशीनों की कीमत लगभग 35 करोड़ रुपये है।
प्रिंटिंग प्रेस में कर्मचारियों ने सुबूत मिटाने की नीयत से कुछ किताबें जला दीं और सीपीयू, कंप्यूटर लेकर भाग निकले। किताबें छापकर इन्हें दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा और यूपी के बड़े शहरों में सप्लाई किया जाता था। पुलिस ने 11 लोगों को हिरासत में लिया है।
आरोपित एनसीईआरटी की इन किताबों को छापकर यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड समेत कई राज्यों को किताबें भेजने की फिराक में थे। गोदाम में किताबों की बाइंडिंग की जा रही थी। इन किताबों में कक्षा नौ से लेकर 12 तक की फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ की किताबें हैं।
इस घटना को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया कि बीजेपी नेता छपवा रहा था एनसीईआरटी की नकली किताबें, 35 करोड़ का माल बरामद “बाबा के राज में भाजपा का कारनामा”।