प्रतीकात्मक तस्वीर, साभार-दैनिक जागरण
शनिवार और रविवार की रात में अचानक तेज बारिश,आंधी और ओलावृष्टि से यूपी के किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, अवध और बुंदेलखंड के साथ कई जिलों में बेमौसम बारिश ने किसानों के फसल को तबाह कर दिया। इससे कई जगहों पर गेहूं की कटाई और थ्रेसिंग का काम प्रभावित हुआ। जबकि अभी भी उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश होने का अनुमान है। कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत खबर भी है।
यूपी के मुख्यमंत्री ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी को आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिए। आकाशीय बिजली के वजह से मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए देने का ऐलान भी किए। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों में और बारिश की संभावना है।
लॉकडाउन के दिनों में यूपी के किसान को दोहरी मार झेलनी पड़ रही हैं। लॉकडाउन के कारण मजदूर न मिलने के अभाव में किसान खुद गेहूं फसल की कटाई कर रहे हैं। इस वजह से फसल की कटाई में देरी लग रहा है। अभी भी कई किसानों के खेत में गेहूं की फसल खड़ी पड़ी हैं। इसी बीच बेमौसम बारिश,आंधी और ओलावृष्टि ने किसानों के फसल को बर्बाद करते हुए,उनके सामने कई संकट खड़ा कर दिया है।
किसानों के माथे पर चिंता की लकीरे स्पष्ट तौर पर दिख रही है। अभी 40 फीसदी गेहूं की कटाई और थ्रेसिंग का कार्य हो चुका है और 60 फीसदी गेहूं फसल की कटाई बाकी है। सिर्फ गेहूं की फसल ही प्रभावित नहीं हुई है, बल्कि सब्जियों की फसल भी बड़े पैमाने पर बेमौसम बारिश की चपेट में आई है।
इन जिलों में हुई बारिश
अमरोहा,सहारनपुर, जालौन, अमेठी, प्रतापगढ़, वाराणसी, फिरोजाबाद, औरेया, हरदोई, लखनऊ, फतेहपुर, कन्नौज, प्रयागराज, मैनपुरी, शामली, बिजनौर, सीतापुर,मैनपुरी, बदायूं, इटावा, उन्नाव, मिर्जापुर,रायबरेली और फर्रुखाबाद और कानपुर।