देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है। लॉकडाउन का सकारात्मक प्रभाव प्रकृति पर पड़ रहा है। यमुना से लेकर गंगा नदी तक के पानी की गुणवत्ता सुधर रही है। पिछले दिनों वायु की गुणवत्ता में सुधार होने की खबरें आने लगी।
इसका एक और नमूना कल बिहार के सीतामढ़ी जिले के सिंघवाहनी ग्राम में देखने को मिला। गांव के लोग अपने छतों से माउंट एवरेस्ट की चोटी साफ देख पा रहे हैं। हवा की गुणवत्ता इतनी सुधर गई है कि ग्रामीण के बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक माउंट एवरेस्ट का अद्भुत दर्शन कर रहे हैं
बच्चों के लिए ये नया एहसास हो रहा है और बुजुर्गों अपने बचपन की याद ताजा कर पा रहे हैं। इस ग्राम के लोगों का कहना है कि ऐसी तस्वीरें हमें दशकों बाद देखने को मिल रहा है।
ट्वीटर पर सबसे पहले माउंट एवरेस्ट की तस्वीर सिंघवाहनी ग्राम पंचयात की मुखिया ऋतु जायसवाल ने पोस्ट की। देखते ही देखते ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि,
हम सीतामढ़ी जिले के अपने गाँव #सिंहवाहिनी में अपने छत से #MtEverest देख सकते हैं आज। प्रकृति खुद को संतुलित कर रही है। नेपाल के नज़दीक वाले पहाड़ तो बारिश के बाद साफ मौसम में कभी कभी दिख जाते थे। असल हिमालय के दर्शन अपने गाँव से आज पहली बार हुए।
#NatureisBalancing
हम सीतामढ़ी जिले के अपने गाँव #सिंहवाहिनी में अपने छत से #MtEverest देख सकते हैं आज। प्रकृति खुद को संतुलित कर रही है। नेपाल के नज़दीक वाले पहाड़ तो बारिश के बाद साफ मौसम में कभी कभी दिख जाते थे। असल हिमालय के दर्शन अपने गाँव से आज पहली बार हुए।#NatureisBalancing@KashishBihar pic.twitter.com/Ss3UHAzxWN
— Ritu Jaiswal (@activistritu) May 4, 2020
उनका कहना है कि उन्होंने ये तस्वीर अपने छत से ली है। उनका दावा है कि उनके पति अरुण 80 के दशक में ऐसा दृश्य देखे थे।
उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि,
एवरेस्ट हमारे गांव के उत्तर-पूर्व में है और यह तस्वीर उत्तर-पूर्व की है। मेरे पति अरुण, 95 बैच IOFS से थे। उन्होंने अपने बचपन, 80 के दशक में इस एवरेस्ट को देखा था। तो हमें यकीन है कि ये वहीं है।
Everest is in the north east of our village and this pic is of north east. And my husband Arun, 95 batch IOFS in their childhood used to see everest in 80s. So we are sure that its the same.
— Ritu Jaiswal (@activistritu) May 5, 2020
इसके बाद ट्वीटर पर एक IFS अधिकारी परवीन कासवान ने इसी तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा कि,
जब बिहार के सिंघवाहिनी गांव के लोगों ने अपने घरों से एवरेस्ट देखा। वे कहते हैं कि यह दशकों के बाद हुआ।
When people of Singhwahini village, Bihar saw Everest from their own houses. They say this happened after decades. Courtesy @activistritu. pic.twitter.com/X0SQtZe22T
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) May 5, 2020
इस तस्वीर पर ट्वीटर यूजर्स के तरफ से तारीफ करने वाली प्रतिक्रियाएं भी आ रही है। विवेक सिंह नामक यूजर लिखते है,
हमें तो पता ही नहीं था हमारे बिहार में भी शिमला और कश्मीर बसता है।
#BiharTourisum
हमें तो पता ही नहीं था हमारे बिहार में भी शिमला और कश्मीर बसता है।#BiharTourisum
— Vivek Singh (@viveksinghC00L) May 4, 2020
संतोष पाठक नामक यूजर लिखते है,
वाह। हम सीतामढ़ी वालों का सौभाग्य।
वाह। हम सीतामढ़ी वालों का सौभाग्य।
— Santosh Pathak (@santoshpathak12) May 4, 2020
हरि प्रकाश नामक यूजर लिखते है,
हिमालय पर्वत का दर्शन कराने के लिए आपको दिल से धन्यवाद। मैम🙏
https://twitter.com/Hariprakash4u/status/1257320010604703744?s=19