राज्यपाल सह कुलपति नालंदा विश्वविद्यालय, पटना,बिहार को सांसद ने लिखा पत्र भोजपुरी एक अंतरराष्ट्रीय भाषा है भोजपुरी के सम्मान और उसके प्रचार-प्रसार के लिए भोजपुरी की पढ़ाई खुला विश्वविद्यालय के माध्यम से नितांत आवश्यक है करे विचार।

गोरखपुर! भोजपुरी फिल्म जगत के मेगा स्टार गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद रवि किशन शुक्ला जिनको भोजपुरी की भाषा से ही एक बड़ा मुकाम, एक नई पहचान जिस भोजपुरी भाषा के माध्यम से फिल्म जगत में मिला है।

जो भोजपुरी भाषा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बड़ी पहचान रखती है, देश , विदेश के साथ ही विभिन्न प्रदेशों में जिस भाषा को बोलने और अटूट प्रेम रखने वाले लोग हैं, जिसकी लोकप्रियता किसी पहचान की मोहताज नहीं है,चाहने वालों की संख्या भी पूरी दुनिया में है। उसको खुला नालंदा विश्वविद्यालय पटना बिहार में पाठ्यक्रम में शामिल कर उसकी पढ़ाई कराए जाने के लिए महामहिम राज्यपाल को पत्र लिखकर इसकी मांग किया है।
सांसद रवि किशन शुक्ला ने कहा कि भोजपुरी 17 देशों में बोली जाने वाली लोकप्रिय भाषा है, बिहार में इंटरमीडिएट तक भोजपुरी की भाषा को पाठ्यक्रम में शामिल करके पढ़ाई कराई जा रही है, बिहार में स्नातक और परास्नातक स्तर पर भी भोजपुरी की पढ़ाई विभिन्न विश्वविद्यालयों में कराई जाती है साथ ही दिल्ली,उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में भोजपुरी अकादमी की स्थापना कब इसे प्रोत्साहित करने के कार्य किए जा रहा है
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा में भोजपुरी भाषा से पीएचडी की भी सुविधा उपलब्ध है। परंतु यह प्रयास और मजबूत हो इसके लिए आवश्यक है कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय में पटना में भोजपुरी भाषा की पढ़ाई के स्वीकृति प्रदान किया जाए।

रवि किशन ने पत्र में उल्लेख किया है कि आज जरूरत है भोजपुरीभाषा को हम सब सम्मान देते हुए नालंदा विश्वविद्यालय पटना में इसको पढ़ाई हेतु स्वीकृति प्रदान करके भोजपुरी को चाहने वाले लोगों को एक बड़ी सौगात एक बड़ा अवसर प्रदान करें।

आज देश के कोने कोने में भोजपुरी भाषा लोगों के बीच में लोकप्रिय है, लोग अंग्रेजी और हिंदी बोलते हुए भी भोजपुरी को बेहद पसंद करते हैं।

सांसद रवि किशन ने कहा कि भोजपुरी को खुला नालंदा विश्वविद्यालय पटना से भोजपुरी की पढ़ाई की स्वीकृति भाषा को चाहने वालों को एक बड़ा सौगात होगा और भाषा सुरक्षित , संरक्षित भी रखी जा सकती है।
यह हमारी माटी, क्षेत्र की भाषा भोजपुरी है, जिसका सम्मान करना हम सबका दायित्व भी है।