उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के 8 महीने का मासूम बच्चा अनमय के इलाज के लिए समाज आगे आ रहा है। अनमय के इलाज के लिए सोशल मीडिया पर मुहिम छेड़ रखी है। देवदूत बानर सेना जैसी कई संस्थाएं भी आगे बढ़कर इस मासूम बच्चे के लिए फंड इकट्ठा कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर चलाई जा रही मुहिम का हिस्सा सुल्तानपुर जिले के कलान गांव के निवासी सोमित सिंह बताते हैं कि अनमय इस समय स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से ग्रसित है। यह एक दुर्लभ बीमारी है। इस बीमारी के लिए जो इंजेक्शन लगना है वह 16 करोड़ रुपये का आता है। माता-पिता के पास इतना धन नहीं है इसलिए अब समाज आगे आकर इस नवजात बालक की मदद कर रहा है।
करोड़ों में किसी एक को होती है बिमारी
स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी एक ऐसी बीमारी है जो करोड़ों में किसी एक को होती है। सुल्तानपुर के सौरमऊ के बैंक कालोनी में रहने वाले सुमित और अंकिता के बच्चे अनमय के शरीर में तीन महीने पहले कुछ कमी देखी गई। जब पति-पत्नी ने बच्चे का इलाज देश के अलग-अलग अस्पतालों में करवाया तब पता चला कि उनका बच्चा स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नाम की एक दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है। जिसके इलाज में 16 करोड़ रुपये का इंजेक्शन लगया जाएगा। इतने बड़ी रकम सुनकर इस दंपती ने हाल मान ली थी।
समाज की कोशिशों ने बांधी उम्मीद
अनमय के लिए आसपास के जिलों के लोग मदद के लिए आगे आ रहे हैं। वाट्सएप मैसेज, फेसबुक पर वीडियो आदि के जरिए बड़ी संख्या में लोग अनमय की मदद कर रहे हैं। साथ ही पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मदद की अपील की गई है।