भारतीय जनता पार्टी के पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी आगामी मानसून सत्र में मानव अंगों का दान और प्रतिरोपण विधेयक 2020 में पेश कर करेंगे। इस निजी सदस्य विधेयक 18 साल से अधिक की उम्र के सभी नागरिकों का अंगदान दाता के रूप में डिफाॅल्ट रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा।
सांसद ने कहा कि मृत लोगों के अंगों के दान को प्रोत्साहित करने के लिए एक नीति की जरूरत है। उन्होंने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी औऱ कहा- “मैं एक गैर सरकारी विधेयक पेश करूंगा, जिसमें सभी वयस्क नागरिकों के लिए राष्ट्रीय मानव अंग दान रजिस्टर में अपना नाम दर्ज कराने की अनिवार्यता का प्रस्ताव है। कोई चाहे तो स्वेच्छा से खुद को बाहर रख सकता है। यह अंगों की अनुपलब्धता के कारण होने वाली मौतों की संख्या में कमी सुनिश्चित करेगा।
गौरतलब है वरुण गाँधी सरकार में मंत्री नहीं हैं, इसलिए उन्हें गैर-सरकारी विधेयक लाने की आवश्यकता पड़ रही है। इससे पहले भी अन्य विषयों पर भी वह गैर-सरकारी विधेयक ला चुके हैं।
I will be introducing a private member’s bill that proposes to put all adult citizens in a national organ donation register, which anyone can voluntarily opt out off. This will ensure a reduction in the number of deaths due to non-availability of organs. #OrganDonationDay
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 13, 2020