ज्योतिर्विद विदुषी वारिधि
सूर्य की भूमिका सभी ग्रहो में सर्वाधिक विशिष्ट है, सूर्य को ज्योतिष में आत्मा, पद, प्रतिष्ठा, पिता, राज पद प्राप्ति, अधिकारी वर्ग का कारक माना जाता है। जिसकी पत्री में सूर्य कमजोर अवस्था में होते हैं उन जातकों को संबंधित क्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मिथुन राशि में सूर्य का या गोचर सभी राशियों के लिए विशेष फल देने वाला होगा –
मेष राशि – मेष राशि वाले जातकों के लिए सूर्य पंचमेश होकर एकादश भाव में गोचर करेंगे जिससे छोटे भाई बहनों को लाभ होगा परंतु भाई बहनों से संबंध खराब होंगे मेष राशि वाले जातकों को भाग्य का साथ मिलेगा कार्य क्षेत्र में उत्साह बना रहेगा उच्चाधिकारियों के सहयोग मिलेंगे मित्रों के साथ सुखद समय व्यतीत होगा मान-सम्मान पद प्रतिष्ठा इत्यादि की प्राप्ति होगी व्यापार में वृद्धि होगी मेष राशि वाले जातकों के लिए सूर्य का गोचर अत्यंत उत्तम फल देने वाला होगा।
वृष राशि – वृष राशि वाले जातकों के लिए सूर्य चतुर्थी होकर कुटुंब भाव में गोचर करेंगे जिससे वृषभ राशि वाले जातकों की बाड़ी में कटुता उत्पन्न होगी और जातक आंसर सहित वाणी का प्रयोग करेगा जिसके कारण कुटुंब में वैमनस्य उत्पन्न होगा वृष राशि वाले जातक तामसी खानपान से बचें वृष राशि वाले जातकों को आंखों में कष्ट होगा तथा इसके साथ ही यदि किसी प्रकार की नौकरी की खोज कर रहे थे तो वर्तमान समय में नौकरी प्राप्त करने के लिए उत्तम समय रहेगा।
मिथुन राशि – मिथुन राशि वाले जातकों के लिए सूर्य वित्तीय सोकर लग्न में गोचर करेंगे जिससे मान-सम्मान पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी भाग्य का सहयोग मिलेगा पराक्रम में वृद्धि होगी मिथुन राशि वाले जातकों के लिए सूर्य का गोचर अत्यंत उत्तम सिद्ध होगा जिससे धन की प्राप्ति होगी अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलेगा परंतु सूर्य के लग्न में आने से स्रोत एवं आकार में वृद्धि होगी मिथुन राशि वाले जातकों के लिए उचित सलाह यह है कि वाणी पर नियंत्रण रखें व्यर्थ के क्रोध से बचें।
कर्क राशि – कर्क राशि वाले जातकों के लिए द्वितीयेश सूर्य द्वादश भाव में गोचर करेंगे जिससे व्यर्थ का धन खर्च होगा तनाव बढ़ेगा मान सम्मान पद प्रतिष्ठा में कमी होगी तथा स्वास्थ्य प्रभावित रहेगा कर्क राशि वाले जातकों को यात्रा के अवसर मिलेंगे परंतु यात्रा से कष्ट होगा ऐसे समय में व्यर्थ के विवाद से बचने का प्रयास करें कुटुंब में मनमुटाव रहेगा तथा धन का नाश होगा।
सिंह राशि – सिंह राशि वाले जातकों के लिए लग्नेश सूर्य का लाभ भाव में गोचर करना अत्यंत उत्तम अवसर को लेकर आएगा, लाभ के दृष्टिकोण से यह स्थिति अत्यंत उत्तम कही जा सकती है ऐसे समय में व्यापार व्यवसाय में लाभ होगा नए व्यापार शुरू करने के लिए उत्तम समय है, वर्तमान समय में पदोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे तथा संतान पक्ष से सुखद सूचना प्राप्त होगी।
कन्या राशि – कन्या राशि वाले जातकों के लिए द्वादशेश होकर दशम भाव में गोचर करेंगे दशम भाव में आया सूर्य दिग्बली होने के कारण कार्य क्षेत्र में उत्साह का माहौल बना रहेगा सरकारी कार्यों से लाभ होगा नौकरी व्यवसाय व कार्य क्षेत्र में विशेष शुभदा प्रदान करेंगे कन्या राशि वाले जातकों को पदोन्नति वस्त्राल ट्रांसफर के योग रहेंगे तथा मुकदमे इत्यादि में विजय प्राप्त होगी।
तुला राशि – तुला राशि वाले जातकों के लिए एकादशेष होकर सूर्य नवम भाव में गोचर करेंगे जिससे भाग्य की प्रबल वृद्धि होगी तथा धन आगमन के मार्ग प्रशस्त होंगे, विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उत्तम रहने वाला है विशेषकर विद्यार्थी रिसर्च इत्यादि में प्रवेश के लिए अवसर देख रहे थे वर्तमान समय में उनके लिए बहुत ही उत्तम समय होने वाला है जो विद्यार्थी वर्तमान समय में रिसर्च कर रहे थे उनके रिसर्च कार्य में विशेष तेजी इस दौरान आएगी तुला राशि वाले जातकों के घर में मांगलिक कार्य व धार्मिक कार्य संपन्न होंगे धार्मिक यात्राएं हो सकती हैं पद में वृद्धि होगी, पिता की सेहत में समस्या रहेगी तथा व्यापार में लाभ होगा।
वृश्चिक राशि – वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए दशमेश होकर सूर्य अष्टम भाव में गोचर करेंगे जिससे कार्य क्षेत्र में बाधा उपस्थित होगी तथा अधिकारियों से अनबन रहेगी कार्यस्थल पर मनमुटाव का माहौल रहेगा, इसके साथ ही पीठ पीछे षड्यंत्र होने की संभावना भी रहेगी अष्टम भाव में आया हुआ सूर्य आकस्मिक समस्याओं को न्योता देगा तथा छोटी दुर्घटना की भी संभावना रहेगी इस समय में वृश्चिक राशि वाले जातकों को वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए तथा तामसी खानपान से बचना चाहिए।
धनु राशि- धनु राशि वाले जातकों के लिए नवमेश हो करके सूर्य सप्तम भाव में गोचर करेंगे जिससे व्यवसाय व्यापार में लाभ होगा यात्राओं से लाभ होगा परंतु वैवाहिक जीवन में कुछ खटपट रहेगी यदि इस दौरान कोई साझे का व्यापार आपको करना हो तो उस से बचें यदि पहले से ही साझे में व्यापार कर रहे थे तो वर्तमान समय में उसमें कुछ मनमुटाव आने की संभावना है धनु राशि वाले जातक वर्तमान में नकारात्मक विचारों से बचने का प्रयास करें।
मकर राशि- मकर राशि वाले जातकों पर वर्तमान समय में शनि की साढ़ेसाती का विशेष प्रभाव है ऐसे समय में छठे भाव में आया सूर्य कुछ परेशानियां उत्पन्न करेगा वर्तमान समय मकर राशि वाले जातकों को रोग, रिपु, ऋण में वृद्धि होगी तथा किसी पर विश्वास करने से विश्वासघात हो सकता है, किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवाही करना वर्तमान समय मकर राशि वाले जातकों के लिए अच्छा नहीं है, सेहत में कुछ परेशानी आने की संभावनाएं दिखाई पड़ रही हैं आकस्मिक दुर्घटना भी हो सकती है मकर राशि वाले जातक सूर्य उपासना करके इसके बुरे प्रभाव से बच सकते हैं।
कुंभ राशि – कुंभ राशि वाले जातकों के लिए सूर्य सप्तमेश होकर पंचम भाव में गोचर करेंगे जिससे विद्या बुद्धि के क्षेत्र में विशेष सफलता अरिजीत होगी परंतु पेट में जलन की समस्या रहेगी कुंभ राशि वाले जातकों के वर्तमान समय में द्वितीय भाव में गुरु बैठे हुए हैं जिससे धन संबंधी लाभ होगा पंचम भाव में बैठा हुआ सूर्य अपनी सप्तम दृष्टि से एकादश भाव को देखेगा जिससे व्यापार व्यवसाय इत्यादि में धन का लाभ होगा व धन आगमन के मार्ग प्रशस्त होंगे कुंभ राशि वाले जातकों को वर्तमान समय में वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए और जो भी गर्भवती स्त्रियां हैं उनको बराबर चिकित्सक के निरीक्षण में रहना चाहिए।
मीन राशि – मीन राशि वाले जातकों के लिए सूर्य षष्ठेष होकर चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे जिससे माता के स्वास्थ्य में परेशानी आएगी तथा परिवार में विवाद का माहौल रहेगा परिवार के लोगों से मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न होगी मीन राशि वाले जातकों को इस दौरान मानसिक अशांति का सामना करना पड़ेगा परंतु भूमि भवन वाहन का सुख होगा मीन राशि वाले जातकों को इस दौरान कभी-कभी थोड़ी घबराहट महसूस होगी, सूर्य की चतुर्थ भाव में यह स्थिति धन के लिए ठीक है तथा नौकरी के लिए उत्तम है परंतु छोटी दुर्घटनाओं की संभावना भी रहेगी।
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