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कांग्रेस पार्टी की सर्वोच्च संस्था CWC की इस समय दिल्ली में विडियो कांफ्रेंसिग के जरिए मीटिंग चल रही है। जिसमें शुरूआत में ही सोनिया गाँधी ने नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर CWC सदस्यों से कहा। मीडिया रिपोर्ट की मानें राहुल गांधी इस बात से खासा नाराज हैं कि जब पार्टी राजस्थान में सरकार बचा रही है और सोनिया गाँधी की तबियत खराब कल रही है ऐसे समय में 23 बड़े नेताओं को पत्र लिखने की जरूरत क्या थी। बताया जा रहा है कि उन्होंने इन नेताओं को भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाया। जिसके बाद कपिल सिब्बल ने बकायदा ट्वीट कर अपना विरोध दर्ज कराया। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाब नहीं आजाद ने कहा कि अगर आरोप साबित हो जाते हैं तो वह इस्तीफा दे देंगे।

इस पूरे मसले पर अब AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी का भी बयान आ गया है। उन्होंने इस पूरे मसले को मुस्लिमों साथ हो रहे भेदभाव के तौर पर प्रस्तुत किया है। ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा ,”गुलाब नबी साहब यही आरोप तो आप मुझ पर लगाते थे। 45 साल गुलामी का यह नतीजा ? इससे एक बात सिद्ध हो जाती है कि जो भी जनेऊधारी नेता का विरोध करेगा वह BJP का B टीम हो जाएगा।”

वहीं कपिल सिब्बल ने भी अपने ट्वीट को हटा लिया और कि राहुल गांधी से बात हुई उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके कहने का ऐसा कुछ मतलब नहीं था जैसा मीडिया दिखा रहा है।

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