राजस्थान के राजनितिक रण में कुछ दिनों के लिए एक तरह से पूर्ण विराम लग गया है। सरकार ने विश्वास मत जीत लिया है। राजस्थान विधानसभा की पूरी संख्या 200 है लेकिन कांग्रेस के 2 विधायक अस्वस्थ होने के कारण विधानसभा नहीं पहुंच पाए जिसके बाद बहुमत आंकड़ा कम हो गया। स्पीकर ने चार-चार विधायकों को बोलने की अनुमति दिया था।
अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा,’विधानसभा आज सदन के अंदर सरकार ने जीता विश्वास मत,जो भी अटकले लगाई जा रही थी उन पर आज विराम लगा,कांग्रेस के विधायकों ने एकजुटता का संदेश दिया,आने वाले समय में हम पूरी ताकत के साथ काम करेंगे’
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा ,’वसुंधरा जी को उनके सलाहकारों ने गुमराह किया ..
…आप में से कई लोग नहीं चाहते कि सरकार गिराई जाए,BJP के नेता छिपकर रात को दिल्ली गए,छिपकर तभी काम करते हैं जब षड्यंत्र होता है,मुख्यमंत्री बनने के ख्वाब देखने लगे आपके कुछ नेता….देश में 2 लोग राज कर रहे हैं,लेकिन राजस्थान में कुछ नहीं कर पाए…
वहीं नेता विपक्ष गुलाब चन्द कटारिया ने बोलते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। जिसके कारण सदन कुछ देर के लिए स्थगित करना पड़ा।
हालांकि सदन में विश्वास मत के लिए वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ी। स्पीकर ने ध्वनि मत से विश्वास मत से अविश्वास प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। राजस्थान विधानसभा 21 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई है।