अयोध्या में कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम जन्मभूमि पर भगवान राम के मंदिर का शिलापूजन करेंगे। लेकिन, कभी मुहूर्त तो कभी कोरोनाकाल में आयोजन को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी जारी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर लिखा है कि, राम सब में हैं, राम सब के साथ हैं।
हमारी संस्कृति पर रामायण की अमिट छाप
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने प्रेस नोट के जरिये कहा है कि दुनिया और भारतीय उपमहाद्वीप की संस्कृति में रामायण की गहरी और अमिट छाप है। भगवान राम, माता सीता और रामायण की गाथा हजारों वर्षों से हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक स्मृतियों में प्रकाशपुंज की तरह आलोकित है।
सबके हैं राम
कांग्रेस महासचिव ने कहा है कि युग-युगांतर से भगवान राम का चरित्र भारतीय भूभाग में मानवता को जोड़ने का सूत्र रहा है। उन्होंने भगवान राम को सामाजिक परिपाटी से जोड़ते हुए कहा है कि राम सबरी के भी हैं, सुग्रीव के भी। राम वाल्मीकि के हैं और भास के भी। राम कंबन के हैं और एषुत्तच्छन के भी। राम कबीर के हैं, तुलसीदास के हैं, रैदास के हैं। सबके दाता राम हैं। गांधी के रघुपति राघव राजा राम सबको सम्मति देने वाले हैं। वारिस अली शाह कहते हैं जो रब है वही राम है। उन्होंने राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त और महाप्राण निराला की कालजयी पंक्तियों का भी उल्लेख अपने बयान में किया है।
भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने।