शांभवी शुक्ला

बिहार चुनाव को लेकर ड्रामा जारी है।चिराग,तेजस्वी और तेज प्रताप एक्शन में नज़र आ रहे हैं।लेकिन नीतीश का पक्ष भारी पड़ रहा है।अब देखना होगा कि किसकी क्या स्थिति बनती है।

एलजेपी की बैठक में यह हवा उड़ी कि एलजेपी 143 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की सोच रही है। एलजेपी को अवसरवादी राजनीति के लिए जानी जाने वाली पार्टी का टैग लग गया है। यही वजह है कि ना तो एनडीए (NDA) और ना ही महागठबंधन से उसे कोई भाव मिल रहा है।

वैसे चिराग इधर बीच नीतीश से नाराज़ दिख रहे हैं।लेकिन वह पीएम मोदी के साथ नज़र आ रहे हैं।बैठक में यह भी पता चला कि वह नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भी नहीं मानते हैं।

वहीं आरजेडी (RJD) सुप्रीमो लालू यादव के दोनों बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप भी अपनी सीटों में हेरफेर कर रहे हैं। तेज प्रताप यादव ने अपनी महुआ सीट छोड़कर हसनपुर से किस्मत आजमाने की सोची है।इसके अलावा लालू के उत्तराधिकारी के रूप में देखे जाने वाले तेजस्वी राघोपुर की सीट से असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।