कांग्रेस से भाजपा में विधायकों के जाने का सिलसिला रूक नहीं रहा है। शनिवार को प्रद्युम्न सिंह लोधी ने प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को अपना त्याग पत्र सौंप दिया। उनका आरोप था कि कांग्रेस सरकार बुंदेलखंड के साथ भेदभाव कर रही थी। इस्तीफे के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बी डी शर्मा से मुलाकात की। मुलाकात के कुछ ही घंटे बाद उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया गया।

यह पहली बार नहीं हो रहा था जब कांग्रेस से आए विधायकों को बड़ा पद दिया गया हो। पिछले कैबिनेट विस्तार में भी 10 से ज्यादा विधायकों को मंत्री बनाया गया था। राज्य में उभरी नई राजनितिक परिस्थितियों के बीच जल्द ही मध्यावधि चुनाव होने की संभावना है। जिसके बाद ही पता चल पाएगा कि मध्यप्रदेश में किसका राज रहेगा।