स्रोत: ANI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज आयुर्वेद दिवस के मौके पर राजस्थान और गुजरात में दो आयुर्वेदिक संस्थानों का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में राजस्थान की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय जी मौजूद रहे।

आयुर्वेद हमारी परंपरा- पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहते हैं कि आयुर्वेद, भारत की विरासत है जिसके विस्तार में पूरी मानवता की भलाई समय हुई है। किस भारतीय को खुशी नहीं होगी कि हमारा पारंपरिक ज्ञान, अब अन्य देशों को भी समृद्ध कर रहा है। पीएम मोदी यह भी कहते हैं कि डब्ल्यूएचओ ने ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन किस के लिए भारत को चुना है।

21वीं सदी में आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़ा जा रहा

पीएम मोदी आयुर्वेदिक का महत्व समझाते हुए कहते हैं कि बदलते समय के साथ आज हर चीज इंटीग्रेट हो रही है। स्वास्थ्य भी इससे अलग नहीं है। इसी सोच के साथ देश आज इलाज की अलग-अलग पद्धतियों के इंटीग्रेशन के लिए एक के बाद एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इसी सोच ने उसको देश की आरोग्य नीति का अहम हिस्सा बनाया है।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि देश में अब हमारे पुरातन चिकित्सीय ज्ञान विज्ञान को 21वीं सदी के आधुनिक विज्ञान से मिली जानकारी के साथ जोड़ा जा रहा है, नई रिसर्च की जा रही है। 3 साल पहले ही हमारे यहां अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान की स्थापना की गई थी।

मानसून की सत्र में 2 ऐतिहासिक आयोग बनाए गए

पीएम मोदी ने 2 ऐतिहासिक आयोग के बारे में बताते हुए कहा कि इसी साल संसद के मानसून सत्र में 2 ऐतिहासिक आयोग भी बनाए गए हैं-नेशनल कमिशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ़ मेडिसिन, नेशनल कमीशन फॉर होम्योपैथी। इसके साथ ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारत की मेडिकल एजुकेशन में इंटीग्रेशन की एप्रोच को प्रोत्साहित किया गया।

भारत वैक्सीन की टेस्टिंग कर रहा

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आज एक तरफ भारत जहां वैक्सीन की टेस्टिंग कर रहा है वहीं दूसरी तरफ कोविड से लड़ने के लिए आयुर्वेदिक रिसर्च पर भी इंटरनेशनल कोलेबोरेशन को भी तेजी से बढ़ा रहा है इस समय 100 से ज्यादा स्थानों पर रिसर्च चल रही है।

दो राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थानों का उद्घाटन

जामनगर के आयुर्वेद अध्यापन एवं अनुसंधान संस्थान को संसद के कानून के माध्यम से राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा प्रदान किया गया है जबकि जयपुर के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान को विश्वविालय अनुदान आयोग द्वारा मानद विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान किया गया है।

आयुष मंत्रालय 2016 से ही धन्वंतरि जयंती के मौके पर हर साल आयुर्वेद दिवस मनाता आ रहा है। इस साल यह शुक्रवार को है। मंत्रालय के अनुसार संसद के कानून से हाल ही में बने जामनगर का आईटीआरएस विश्वस्तरीय स्वास्थ्य देखभाल केंद्र के रूप में उभरने वाला है । उसमें 12 विभाग, तीन क्लीनिकल प्रयोगशालाएं और तीन अनुसंधान प्रयोगशालाएं हैं।

यह पारंपरिक दवा के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य में अगुवा भी है, फिलहाल यहां 33 परियोजनाएं चल रही है। आईटीआरए को गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय परिसर के चार आयुर्वेदिक संस्थानों को मिलाकर बनाया गया है। यह आयुष के क्षेत्र में पहला संस्थान है जिसे आईएनआई दर्जा प्रदान किया गया।