राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट

राजस्थान की कांग्रेस सरकार एक बार फिर खतरे में आ गई है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों से समर्थन पत्र मांगा है। वहीं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट 25 विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच गए है। लेकिन इस बीच उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की टीम ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि राजस्थान सरकार अल्पमत में है। टीम का यह भी कहना कि इसे सचिन पायलट का आधिकारिक बयान माना जाए। बताया यह भी जा रहा है कि सचिन पायलट कल होने वाली विधायक मिटिंग में भी सम्मिलित नहीं हो रहे हैं।

कांग्रेस के बड़े नेता फिलहाल इस पूरे प्रकरण पर कुछ नहीं बोल रहें हैं। हालांकि आज पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “क्या हम तब जागेंगे जब हमारे सब घोड़े अस्तबल से चले जाएंगे।”
वहीं भारतीय जनता पार्टी पूरी स्थिति पर नजर रख रही है।

यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस सरकार के सामने संकट आया हो। पिछले महीने हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री आमने-सामने आ गए थे। तब केन्द्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस अध्यक्ष को राज्य की एक विस्तृत रिपोर्ट दिया था। लेकिन मौजूदा स्थिति से एक बात तो साफ है कि दोनों खेमों में तनाव बढ़ गया है।