प्रभुनाथ शुक्ला
भदोही, 18 जुलाई। पूर्वांचल के भदोही की ज्ञानपुर विधानसभा से विधायक विजय मिश्र की योगी सरकार में मुश्किलें बढ़ती दिखती हैं। शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित टोल प्लाजा के संचालक गोपीकृष्ण महेश्वरी को धमाकाने के आरोप में पुलिस ने आडियो के आधार पर विधायक के खिलाफ़ गुंडा एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने शनिवार को पुलिस लाइन में मीडिया ब्रीफिंग के दौरान पत्रकारों को यह जानकारी ख़ुद देते हुए बताया। जबकि ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्र ने कहा है कि यह बिल्कुल फर्जी आरोप है हमारी तीन माह से टोल संचालक माहेश्वरी सेे कोई बात नहीँ हुई है।
भदोही पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह मीडिया ब्रीफिंग के दौरान बताया कि पुलिस ने एक आडियो टेप का संज्ञान लेते हुए जाँच के बाद औराई थाने में मामला दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक ने दावा किया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित लालानगर टोल टैक्स बूथ के मालिक गोपीकृष्ण माहेश्वरी को ज्ञानपुर के विधायक विजय मिश्र ने जान से मारने की धमकी दी थीं। इसके पूर्व टोल के सम्बन्ध में कई बार उन्होंने शिकायत भी किया था जिसकी जाँच में सारे आरोप तथ्यहीन पाए गए।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वायरल आडियो
पुलिस के पास जब पहुँचा तो माहेश्वरी से विधायक के खिलाफ़ मुकदमा लिखाने को कहा गया, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीँ हुए। पुलिस मामले की गम्भीरता धमकी का संज्ञान लेते हुए औराई पुलिस से मामले कि जाँच कराई। जाँच में आरोप सच पाए जाने के बाद औराई थाने में गुंडा एक्ट के तहत मुकदमा लिखा गया है।
पुलिस अधीक्षक का दावा है कि विधायक रंगदारी कि माँग कर रहे थे और वसूली न मिलने पर हत्या कि धमकी देते हुए आडियो में सुने जा सकते है। यह आडियो वायरल होता हुआ पुलिस के पास पहुँचा तो पुलिस ने इस मामले का ख़ुद संज्ञान लिया है। ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्र ख़ुद इस टोल को अपने करीबियों के नाम लेना चाहते थे लेकिन जब सफल नहीँ हुए तो यह हथकंडा अपनाया। पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
भदोही की ज्ञानपुर विधानसभा से विधायक विजय मिश्र ने इस मामले में पुलिस को ही कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि भदोही पुलिस मेरी हत्या करवाना चाहती है। मैं एक ब्रह्मण हूँ मेरे खिलाफ़ हत्या कि साजिश रची जा रहीं है। मेरी हत्या के लिए कुछ लोग आए थे उनके खिलाफ़ मेरी पत्नी ने पुलिस को शिकायत किया तो उसकी जाँच और कार्रवाई के बजाय मुझे ही फंसाया जा रहा है। विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमने टोल पर मनमानी की कई शिकायत किया था, जिसकी वजह से सरकार को बड़ा लाभ पहुँचा है। टोल गोपीकृष्ण माहेश्वरी के नाम है ही नहीँ फ़िर हम उन्हें धमकी क्यों देंगे। यह झारखंड के किसी जवाहर गुप्त के नाम है। तीन माह पूर्व माहेश्वरी से मेरी बात हुई थीं। अब तीन माह पूर्व क्या बात हुई हम नहीँ कह सकते हैं, लेकिन इधर कोई बात नहीँ हुई है।
विधायक ने आरोप लगाया है कि टोल पर काम करने वालों कि कोई अधिकृत पहचान नहीँ है। वहां गुंडागर्दी होती है। हमने ऊपरी स्तर से भदोही पुलिस कि शिकायत किया है। मानवाधिकार में भी मामला गया है। जिसकी वजह से तिलमिलाई पुलिस मेरी हत्या करवानी चाहती है। वह एक ब्राह्मण की के पीछे पड़ी है। पुलिस अपनी कार्रवाई से सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहीं है।