Bhopal Tourist Places : भोपाल का नाम सुनते ही सबसे बड़ी तस्वीर बनकर उभरती है झीलों की। क्या आपको पता है इस शहर में दो झीलें हैं, जिसे छोटा तालाब और बड़ा तालाब के नाम से लोग जानते हैं। इसी वजह से भोपाल को झीलों का शहर कहा जाता है। आइए जानते हैं कि अगर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल घूमने का प्लान बना रहे हैं तो कहां-कहां जरूर जाएं। ये भी पढें- Gold Silver Price : आज सस्ता हुआ सोना, जानें 14 से 24 कैरेट गोल्ड का भाव
भोपाल की ऊपरी झील
भोपाल के सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक भोपाल की ऊपरी झील जिसे भोपाल का बड़ा तालाब भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस झील का निर्माण राजा भोज ने करवाया था। 2011 में इसका नामकरण भी उन्हीं के नाम पर कर दिया गया था। इसी झील से लगा कमला पार्क भी है। अगर आप इस झील को देखने का प्लान बना रहे हैं तो शाम 6-7 का समय से बेहतर रहेगा। ये भी पढें-Tokyo Olympics: टोक्यो ओलंपिक में ‘भारतीय शेरों’ ने मार लिया मैदान, देखिए सांसों को रोक देने वाला वीडियो- VIDEO
भोपाल की भीमबेटका गुफाएं
भोपाल के सबसे आकर्षक जगहों में से एक है भीमबेटका गुफा, सैलानी यहां सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे शैर कर सकते हैं। कई इतिहासकारों का मानना है कि यह गुफा महाभारत काल की है। इसी वजह से इसका नाम भीमबेटका गुफा पड़ा। हालांकि यहां घूमने के लिए भारतीय सैलानियों को 10 रुपये और विदेशी सैलानियों को 100 रुपये देना होता है।
भोपाल सांची स्तूप
भोपाल स्थित सांची स्तूप की आभा आज निहारते ही बनती है। इतिहासकारों के अनुसार इसे सम्राट अशोक के शासन काल में बनाया गया था। इसे बौद्ध धर्म के प्रचार और प्रसार के उद्देश्य से बनाया गया था। सांची स्तूप के विशाल गुंबद में एक तिजोरी है जिसके अन्दर भगवान बुद्ध का अवशेष रखा गया है। यहां अगर जा रहे हैं तो समय का ध्यान अवश्य रहे। सैलानियों के लिए यह जगह सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक खुली रहती है। यहां भी भारती पर्यटकों को 10 रुपये और विदेशी पर्यटकों को 250 रुपये देने होते हैं।
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
इसकी स्थापना 1979 में की गई थी। अगर आपको नेचर हे लगाव है तो यहां जा सकते हैं। यहां आप प्रकृति का आनन्द उठा सकते हैं।
भोपाल की मोती मस्जिद (Bhopal Moti Masjid Photo)
जब भी देश के सबसे खूबसूरत मस्जिदों का नाम लिया जाता है तो उसमें भोपाल के मोती मस्जिद का भी नाम लिया जाता है। इसका निर्माण 1862 में सिंकदर जहान बेगम ने करवाया था। अगर आपको ऐतिहासिक स्थलों हे लगाव है तो यहां जा सकते हैं।