दिल्ली में कोरोना वायरस के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसपर शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकार की तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोई नहीं जनता यह बीमारी खत्म कब होगी लेकिन लॉकडाउन हमेशा के लिए नहीं हो सकता। कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है, हो सकता है केस बढ़ रहे हो लेकिन हम कोरोना से चार कदम आगे हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संक्रमण का आंकड़ा बताते हुए पिछले कुछ दिनों से हमारे यहां कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, जो मैं स्वीकार करता हूँ। उन्होंने बताया शुक्रवार तक दिल्ली में कोरोना के कुल 17,386 मामलें थे। अभी तक 7846 लोग ऐसे हैं जो ठीक हो चुके हैं या जिन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है। 9142 लोग अभी भी बीमार हैं और 398 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली में केवल 2100 मरीज ऐसे हैं जो अस्पताल में भर्ती हैं। अधिकतर मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज घर में चल रहा है।

आगे उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार जरूरत के हिसाब से सभी इंतेजाम कर रही है। पिछले एक हफ्ते में बेड के इंतेजाम किये गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री होने के नाते मेरे लिए दो बातें चिंताजनक होंगी। पहली, अगर मौतें ज्यादा होने लगे और दूसरी ये कि अगर कोरोना के 10 हजार मरीज जा जाएं और मेरे पास 8000 बेड हैं तो लोगों का इधर-उधर भटकना मेरे लिए चिंता का विषय होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में हमारे पास 6600 बेड हैं। एक हफ्ते पहले हमारे पास 4500 बेड थे। कोरोना के केस को देखते हुए हमने एक हफ्ते में 2100 बेड का और इंतजाम कर लिया है। 5 जून तक दिल्ली में 9500 बेड का इंतजाम हो जाएगा, इसका आदेश हमने पिछले हफ्ते जारी कर दिया था।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि अभी तक दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 2500 बेड हैं, 5 जून तक 4600 बेड हो जाएंगे। केंद्र सरकार के अस्पतालों में अब तक 2329 बेड थे, जो कम होकर 2229 रह गए हैं। प्राइवेट अस्पतालों में 677 बेड थे, जो आज के समय में 2677 हो गए हैं। मरीजों के बढ़ने का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि 15 मई तक दिल्ली में 8500 केस थे और आज 17 हजार केस हैं। 14 मई को दिल्ली के अस्पतालों में 1600 मरीज थे और आज 2100 मरीज हैं। 8,500 मरीज बढ़े हैं लेकिन अस्पताल में मरीजों की संख्या कम बढ़ी। दिल्ली में जिन लोगों को कोरोना हो रहा है, उनमें या तो बहुत मामूली लक्षण हैं या फिर हैं ही नहीं। अधिकतर लोग अपने घरों में ठीक हो रहे हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है।