स्रोत - ANI

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली में कोरोना को लेकर किये गए विभिन्न इंतेजाम के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आज हम चीन के ख़िलाफ़ दो युद्ध लड़ रहे हैं- भारत चीन बॉर्डर पर और चीन से आए वाइरस के ख़िलाफ़। हमारे 20 वीर जवान पीछे नहीं हटे। हम भी पीछे नहीं हटेंगे और दोनों युद्ध जीतेंगे। उन्होंने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली में चल रही रैपिड टेस्टिंग, होम आइसोलेशन आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब दिल्ली में हर दिन 18000 कोरोना की टेस्टिंग हो रही है।

होम आइसोलेशन वालों को मिलेगा पल्स मीटर:

केजरीवाल सरकार होम आइसोलेशन वाले मरीजों को ऑक्सीजन पल्स मीटर देगी। ऑक्सिजन चेक करने के लिए उन्हें अस्पताल या डॉक्टर के पास नहीं जाना पड़ेगा। इसमें मरीज को हर 2 घंटे में अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करना होगा और अगर लेवल कम हो तो तुरंत इन्फॉर्म करना होगा। इसके बाद सरकार घर पर ही ऑक्सीजन का प्रबंध करेगी और अगर जरूरत पड़ी तभी अस्पताल भेजेगी। ऑक्सीजन की कमी न हो व पूर्ति के लिए सरकार युद्धस्तर पर काम करेगी। ठीक हो जाने के बाद मरीज को यह पल्स मीटर वापिस करना होगा।
अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, “ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए दिल्ली के सभी जिला स्तर पर ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए व्यवस्था की जाएगी।” मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, दिल्ली में इस वक़्त 12 हजार से अधिक कोरोना पॉजिटिव लोग अस्पतालों की बजाय घर पर ही रह कर अपना इलाज करवा रहे हैं। दिल्ली में 12 जून को विभिन्न अस्पतालों में 5300 कोरोना पॉजिटिव भर्ती थे।

दिल्ली में नहीं है बेड्स की कमी, सीरियस मरीज कम:

अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को बताया कि अभी दिल्ली में 6200 बेड भरे हुए हैं। पिछले दस दिनों में 23 हजार के करीब कोरोना के मरीज सामने आए हैं लेकिन सिर्फ 900 बेड्स ही भरे हैं। इसका मतलब है कि दिल्ली में सीरियस मरीजों की संख्या कम है। केजरीवाल के अनुसार दिल्ली में अधिकतर मरीज बिना लक्षण वाले या हल्के-फुल्के लक्षण वाले हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी दिल्ली में 7 हजार बेड खाली हैं। उन्होंने कहा कि, दिल्ली किसी भी लड़ाई से लड़ने में सक्षम है। और इस लड़ाई से हम जीतेंगे।