गाजीपुर

शाम्भवी शुक्ला

गाजीपुर के नगर थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव में एक अपराधी के घर में छिपे होने का आरोप लगाकर पुलिस ने घर के 9 सदस्यों को थाने ले जाकर बुरी तरह पिटाई की। पीड़ित परिवार में आर्मी के हवलदार भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने तुरंत इस मामले को संज्ञान में लिया है।
जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य ने मामले की जांच की कमान अपने हाथ में ले ली है। वहीं शासन ने 3 दिन के भीतर जांच की रिपोर्ट की मांग की है। दूसरे तरफ थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया है।

पुलिस का आरोप है कि 26 जुलाई को एक मनचला युवक उनकी गिरफ्त से भाग गया। पुलिस को संदेह है कि पांडे परिवार ने उसे छिपा रखा है।संदेह की बिनाह पर थाना अध्यक्ष रमेश कुमार ने सिपाहियों सहित परिवार के 9 लोगों को थाने ले गए। जहां पर उनकी पिटाई की गई।
वहीं दूसरी तरफ पीड़ित परिवार का कहना है कि परिवार 27 जुलाई को घर की बुजुर्ग महिला के ब्रह्म भोज की तैयारी में व्यस्त था। तभी थाना अध्यक्ष दल बल के साथ पहुंचे। उन्होंने घर में अपराधी के छिपे होने का दावा किया। इसके बाद सभी को थाने ले जा पिटाई करने लगे। ब्रह्म भोज का सारा सामान भी नष्ट कर दिया।
दूसरी ओर अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि सार्वजनिक स्थान पर पुलिस से मारपीट कर इन लोगों ने युवक को छुड़ा लिया। इस घटना में 3 पुलिस वाले भी घायल हुए हैं।

क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्र पर इस तरह के कई मामले सामने आए हैं। जिसकी जांच भी पूरी नहीं हुई है।