चीन के साथ कई राउंड की बातचीत होने के बाद भी गतिरोध समाप्त नहीं हो रहा है। जिसके देखते हुए आज थल सेना प्रमुख नरवणे लद्दाख और LAC का दौरा करेंगे। यह उनका दो दिवसीय दौरा रहेगा। थल सेना प्रमुख के साथ टाप स्तर के कमांडर भी मौजूद रहेंगे।

29 और 30 अगस्त की रात को चीनी सैनिकों ने एक बार फिर घुसपैठ की कोशिश किया लेकिन भारतीय सैनिकों ने ना सिर्फ उनको पीछे ढकेले दिया बल्कि ब्लैक टाप पर कब्जा कर लिया। जिसके बाद से चीन काफी तिलमिलाया है,ऐसे में उम्मीद है कि वह फिर से भारतीय सेना में प्रवेश करने की कोशिश करेगा। चीन के इन्हीं तमाम कोशिशों को नाकाम करने और भारतीय सैनिकों से वास्तविक जानने आज थल सेना प्रमुख नरवणे लद्दाख के दौरे पर रहेंगे।

इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह रूस जाने से पहले टाप स्तर की बैठक कर चुके थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रक्षामंत्री ने साफ शब्दों में कहा है कि चीन जिस भाषा में समझें उसे वैसे ही जवाब दिया जाए। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने भी अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर हालात की समीक्षा किया था।

भारत और चीन के बीच विवाद उस वक्त बढ़ गया। जब 15 और 16 जून की रात चीनी सेना ने धोखे से भारतीयों सैनिकों पर हमला कर दिया जिसमें 20 सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। चीन के धोखेबाजी के बावजूद भी भारतीय सैनिकों ने न सिर्फ डटकर मुकाबला किया बल्कि उनको उनकी सीमा में खदेड़ दिया। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी खुद सीमा पर जानकार घायल सैनिकों का हाल जाना था।