प्रतीकात्मक चित्र

पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। चीनी सैनिकों की ओर से फिर घुसपैठ की कोशिश के चलते करीब चार दशक बाद सोमवार देर रात पहली बार दोनों तरफ से गोलीबारी की खबर है। हालांकि, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को चेतावनी देने के लिए ही गोली चलाई है। घटना के बाद हालात नियंत्रण में है। भारत की ओर से आधिकारिक तौर पर घटना को लेकर कोई बयान नहीं दिया गया है।


ANI न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है, “पूर्वी लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गोलीबारी की घटना हुई है, जहां भारत और चीन की सेना के बीच पिछले तीन महीनों से गतिरोध जारी है।”

चीन ने दावा किया है कि भारतीय सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चेतावनी के लिए फायरिंग की है यानी वार्निंग शॉट्स फायर किए हैं। चीनी सेना के प्रवक्ता ने कहा, चीनी सीमा रक्षकों को हालात को काबू में करने के लिए जवाबी कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा।’ हालांकि भारत की तरफ से इसे लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। चीनी सेना के प्रवक्ता ने कहा, ‘भारतीय सेना ने गैरकानूनी तरीके से एलएसी पार की और पैंगोन्ग लेक के दक्ष‍िणी किनारे और शेनपाओ माउंटेन इलाके में घुस आए।