Indo China Dispute: लद्दाख में चल रहे कई महीनों से विवाद पर CDS विपिन रावत (Bipin Rawat) ने बड़ा बयान दिया है। हिन्दुस्तान टाइम्स (Hindustan Times) अखबार को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अगर बातचीत से स्थिति सामान्य नहीं हुई तो सेना सैन्य कार्रवाई पर भी विचार कर सकता है। यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और चीन के उच्च अधिकारी कई चरण की बातचीत कर चुके हैं फिर भी स्थिति सामान्य नहीं हो रही है।
इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा “LAC पर अतिक्रमण अलग-अलग नजरिये की वजह से होता है। रक्षा सेवाओं का काम निगरानी रखना और ऐसे अतिक्रमण को घुसपैठ में तब्दील होने से रोकने का है। सरकार चाहती है कि शांतिपूर्ण तरीके से मसले सुलझाए जाएं। अगर LAC पर पूर्वस्थिति बहाल करने की कोशिशें सफल नहीं होती हैं तो सैन्य कार्रवाई के लिए रक्षा सेवाएं हमेशा तैयार रहती हैं।”
प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री कर चुके हैं लद्दाख का दौरा
लद्दाख में हुए हिंसक झड़प के बाद प्रधानमंत्री मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लद्दाख का दौरा कर चुके हैं। और वहां सीमा पर तैनात सैनिकों और अधिकारियों से मुलाकात भी कर चुके हैं। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी चीनी अधिकारियों से बातचीत कर चुके हैं। लेकिन इन सब के बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है।