प्रभुनाथ शुक्ला
भदोही, 02 अक्तूबर। ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार आचार्य श्रीकांत शास्त्री जी ने नेशनल जर्नलिस्ट रजिस्टर बनाने की मांग की है जिससे कानूनी आधार पर पत्रकार की परिभाषा तय हो सकेगा, वर्तमान में पत्रकार मात्र नाम का चौथा स्तम्भ है ऐसे में पत्रकार की कोई निर्धारित परिभाषा नहीं है।
शास्त्री ने कहा कि नेशनल जर्नलिस्ट रजिस्टर बनने से सभी पत्रकारों का नियम कानून के तहत रिकॉर्ड बन जायेगा, साथ ही उन्होंने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए बने कानून भी सख्ती से लागू हो जिससे देश के समस्त मीडियाकर्मी वास्तविक रूप से न्यायपूर्ण बिना किसी दबाव के अपना कार्य कर सके।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री श्री बाजपेई एवं पूर्व उपराष्ट्रपति शेखावत जी का हवाला देते हुए बताया कि मीडिया जनता एवं सरकार के आंख व मुंह के रूप में रहते हैं वे जनता की समस्या सरकार तक एवं सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को जनता तक पहुंचाते है।
शास्त्री जी ने साथ ही यह भी कहा कि नेशनल जर्नलिस्ट रजिस्टर के साथ पत्रकारों के लिए पेंशन भी जरूरी है जिसका घोषणा किया जाना चाहिए। देश के कुछ राज्य सरकारे पत्रकारों को पेंशन दे रही हैं लेकिन सभी प्रदेशों में अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया, जो बहुत ही खेद का विषय है, एसोसिएशन दशको से जरिए रजिस्ट्री, ईमेल, विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मो, स्वतः एवं जनप्रतिनिधियों व प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से देश व प्रदेश की सरकारों को अवगत कराता चला आ रहा है।
पत्रकारों को भी तीनों स्तंभों की तरह पेंशन आदि की सुविधा दी जानी चाहिए और इसके अलावा उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से डॉक्टरों, अधिवक्ताओं, प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस बलों आदि के लिए पूरे देश में एक नियम-कानून है उसी प्रकार से पत्रकारों का भी एक नियम-कानून होना चाहिए।
देश का हर पत्रकार राष्ट्रहित सर्वोपरि रखते हुए अपने दायित्वों का पूरा का पूरा निर्वहन करता है। उसके साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव होना बहुत ही दुखद है। देश के सभी पत्रकारों को भी स्वास्थ्य बीमा कवर के तहत शामिल किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री से नेशनल जर्नलिस्ट रजिस्टर एवं पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने व पेंशन, बीमा आदि मांगों पर विचार करने के लिए अनुरोध किया गया है।