सुरेश राणा

लखनऊ:2017 में जब उत्तर प्रदेश में सरकार बनी उस समय गन्ना किसान भुगतान से लेकर शोषण तक का सामना कर रहे थे। 2017 में पिछले 6 वर्षों के बकाया का था जिसके कारण ऐसा लग रहा था कि गन्ना किसान खेती ही छोड़ देंगे। लेकिन योगी सरकार बनने के बाद 96 हजार करोड़ का गन्ना भुगतान किया गया। जो पिछली सरकार के 5 पांच साल से भी ज्यादा है। हमारी सरकार आने के बाद हमने गन्ना किसानों का भुगतान टारगेट लेकर पूरा किया। ये बात बुधवार को उत्तर प्रदेश के गन्ना एवं चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अनुषांगिक संगठन एग्री विजन अवध प्रांत के फेसबुक लाइव कार्यक्रम के दौरान कही।

पिछली सरकारों के 10 सालों में 29 चीनी मिल बन्द हुई

उन्होंने पिछली सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि “वर्ष 2007 से 2012 तक 19 चीनी मिलों को सस्ते दाम में बेचा गया। जिन्होने चीनी मिलों को बेचा था उनके खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है। 2012 से 2017 के दौरान 10 चीनी मिल बन्द हुई। जिसके कारण पूर्वांचल में रोजगार का संकट आ गया।

योगी सरकार ने बन्द चीनी मिलों को फिर से शुरू किया

छात्रों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि “गोरखपुर के पिपराइच में हम लोगों ने नई गन्ना मिल लगाई। और इस बार वह गन्ना मिल पूरी क्षमता से पेराई किया। जल्द ही सरकार वहां डिस्टलरी प्लांट की शुरुआत करेगी, जिससे पूर्वांचल के नौजवानों को रोजगार मिलेगा। कोरोना संकट के बीच 30 लाख लीटर सेनेटाइजर का उत्पादन भी चीनी मिलो ने किया
बस्ती में भी बन्द चीनी मिल को दोबारा चलाया गया। बुलंदशहर की चीनी मिल फिर से शुरू किया गया। मेरठ और बागपत की चीनी मिल की क्षमता बढ़ाई गयी। सहारनपुर में दया सुगर मिल पिछले 10 साल बन्द थी हम लोगों ने उसे भी शुरू किया। पिछले तीन साल में हमारी सरकार ने डेढ़ दर्जन नई चीनी मिलों का संचालन शुरू किया।”

किसानों को तकनीकी से जोड़ रहें हैं

तकनीक से जुड़े प्रश्न पर गन्ना व चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने बताया कि “उनकी सरकार बनने के बाद हमारा पूरा ध्यान किसानों को तकनीकी दक्ष बनाने में है। 2017 में जहाँ 12 हजार किसान एम-किसान पोर्टल से जुड़े थे वहीं हमारी सरकार आने के बाद हम लोगों ने 30 लाख किसानों को इस पोर्टल से जोड़ा।” एम-किसान पोर्टल पर खेती और मौसम से जुड़ी ताजा जानकारी मिलती है। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में नई लैब स्थापित किया गया है जिससे नई प्रजाति विकसित करने में मदद मिल रही है।

उत्पादन और कृषि एरिया बढ़ा

सुरेश राणा ने बताया कि जब से उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनी है तब से चीनी कि उत्पादन और खेती का क्षेत्रफल बढ़ा है। उन्होंने कहा कि ‘देश के चीनी उत्पादन में 38 प्रतिशत हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश की है। 2017 में जहाँ उत्तर प्रदेश में प्रति हेक्टेयर 66 टन उत्पादन होता था वहीं अब 80 टन प्रति हेक्टेयर हो रहा है।
इस समय उत्तर प्रदेश में 28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र फल पर गन्ने की खेती होती है। जब हम सरकार में आए थे तब 20 लाख हेक्टेयर पर गन्ने की खेती होती थी। बीते तीन साल में 8 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल की वृद्धि हुई।

विद्यार्थी परिषद के कार्यों की तारीफ

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अवध प्रांत लाकडाउन के दौरान फेसबुक लाइव कार्यक्रम के माध्यम से अपने पेज से विभिन्न वक्ताओं का कार्यक्रम आयोजित कर रही है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यों की तारीफ करते हुए कहा कि जब-जब देश को आवश्यकता पड़ी विद्यार्थी परिषद सदैव ही आगे आया है।