मध्यप्रदेश में आज शिवराज सिंह चौहान के मंत्रीमंडल का विस्तार किया गया। जिसमें 28 मंत्रियों ने टर और गोपनीयता की शपथ ली। इस पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया कि “लोकतंत्र के इतिहास में मध्यप्रदेश का मंत्रिमंडल ऐसा मंत्रिमंडल है,जिसमें कुल 33 मंत्रियो में से 14 वर्तमान में विधायक ही नहीं है। यह संवैधानिक व्यवस्थाओं के साथ बड़ा खिलवाड़ है। प्रदेश की जनता के साथ मज़ाक है।”

हालांकि उससे पहले उन्होंने सभी मंत्रियों को शुभकामनायें दी थी साथ भाजपा के नेताओं की चुटकी भी ली थी। “प्रदेश सरकार के आज के मंत्रिमंडल के गठन पर मै सभी नवीन मंत्रियो को बधाई व शुभकामनाएँ देता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि प्रदेश के विकास में सभी मिल जुलकर कार्य करेंगे और प्रदेश के विकास में सहभागी बनेंगे। आज के मंत्रिमंडल के गठन में कई योग्य , अनुभवी , निष्ठावान भाजपा के वरिष्ठ विधायकों का नाम नहीं पाकर मुझे व्यक्तिगत तौर पर बेहद दुःख भी है।”

कोरोना के कारण शिवराज सिंह चौहान इससे पहले 6 मंत्रियों के साथ सरकार चला रहे थे। आज के शपथ ग्रहण समारोह की एक और रोचक बात ये रही कि मौजूदा राज्यपाल लालजी टंडन की तबियत खराब होने की वजह से उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शपथ ग्रहण करवाया। बुधवार की शाम को उन्होंने मध्यप्रदेश के अतिरिक्त प्रभार की शपथ ली थी।