शुक्रवार सुबह औरंगाबाद में हुए रेल हादसे को लेकर उतर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्षा मायावती ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि यह सब केवल केन्द्र और राज्य सरकारों की लापरवाही और असंवेदनशीलता का परिणाम नहीं है और क्या है?

प्रेस को दिए अपने बयान में उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारें इस प्रकार की घटना को गंभीरता से लें। पीड़ित परिवारों की पूरी आर्थिक मदद करें तथा लाकडाउन के कारण बदहाल प्रवासी मज़दूरों को रेल,बस और हवाई जहाज की मुफ्त व्यवस्था करके उन्हें उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाए।

लाकडाउन का किया समर्थन

मायावती ने लाकडाउन का समर्थन करते हुए कहा कि बीएसपी लाकडाउन के खिलाफ नहीं है इस मामले में वह केन्द्र सरकार के साथ है। हालांकि अपने इस पूरे बयान में उन्होंने लाकडाउन को नोटबंदी की तरह बिना तैयारी के घोषित करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि अगर सरकार तैयारी के साथ करती तो इतनी समस्या नहीं उठानी पड़ती।

क्या है औरंगाबाद की घटना

औरंगाबाद के कर्मड स्टेशन के पास शुक्रवार सुबह 16 प्रवासी मजदूर दुर्घटना का शिकार हो गए। वे सभी मजदूर अपने घर जा रहे थे। बताया जा रहा है कि मजदूर रेलवे पटरियों पर आराम कर रहे थे और उसी दौरान मालगाड़ी की चपेट में आ गए। रेलवे ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।