आज देश भर में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई जा रही है। इस दिन को पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस (राष्ट्रीय एकता दिवस) के रूप में भी मनाया जाता है। इस मौके पर पीएम मोदी ने आज स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर जाकर सरदार पटेल की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की है। इसके बाद वह राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में भी शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे का आज दूसरा और आखिरी दिन है।
राष्ट्रीय एकता दिवस
पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर कहा देश की सैकड़ों रियासतों को, राजे रजवाड़ों को एक करके, देश की विविधता को आजाद भारत की शक्ति बनाकर सरदार पटेल ने हिंदुस्तान को वर्तमान स्वरूप दिया।
कोरोना पर देश ने दिखाई हिम्मत’
पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कोरोनावायरस महामारी अचानक आई, इसमें पूरे विश्व में मानव जीवन को प्रभावित, हमारी गति को प्रभावित किया है। लेकिन इस महामारी के सामने 130 करोड़ देशवासियों ने जिस तरह अपने सामूहिक सामर्थ्य को साबित किया है वह अभूतपूर्व है।
भारत ने हमेशा आतंकवाद को दिया करारा जवाब’
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया के सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है। आतंकवाद और हिंसा से किसी को फायदा नहीं हो सकता। भारत ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकवाद को हमेशा एकजुट होकर करारा जवाब दिया है।
विकास की नई राह पर कश्मीर
पीएम मोदी मोदी ने कश्मीर से धारा 370 हटाने को याद करते हुए कहा कि कश्मीर विकास की राह पर है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। मोदी ने सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि सरदार होते तो धारा 370 पहले ही खत्म हो गई होती।
पीएम मोदी ने कहा कि आज कश्मीर विकास की नई राह पर चल पड़ा है, चाहे वह पूर्वोत्तर में शांति की बहाली हो, या वहां के विकास के लिए उठाए जा रहे कदम, आज देश एकता के नए आयाम स्थापित कर रहा है।
पुलवामा हमले को याद किया
पीएम नरेंद्र मोदी ने पुलवामा हमले को याद करते हुए कहा कि देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, सब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे,वह पुलवामा हमले में भी अपना राजनीति स्वार्थ देख रहे थे। देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी कैसी बातें कहीं गई, कैसे कैसे बयान दिए गए।
आगे उन्होंने कहा देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी।पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आई हैं जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य शिकार आ गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरे को देश के सामने ला दिया है।