श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में मौत की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। अब भारतीय रेलवे इस शुक्रवार को लोगों से अपील की है कि अगर वह पहले से बीमार हैं तो वो यात्रा ना करें।अभी तक नौ मौतें होने से भारतीय रेलवे कटघरे में है। बुधवार को 48 घंटे में श्रमिक ट्रेन में कम से कम नौ यात्रियों की मौत की खबरें सामने आई। पूछने पर रेलवे ने कहा कि इन सभी का स्वास्थ्य पहले से खराब था।

प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए 1 मई से सरकार द्वारा श्रमिक ट्रेनें चलवाई गयी हैं। भारतीय रेलवे रोजाना श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से हज़ारों प्रवासियों को उनके गृह राज्य तक पहुँचा रहा है। 9 मौतों के बाद रेल मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि, ‘यह देखा गया है कि कुछ लोग ट्रेनों के माध्यम से घरों तक जा रहे हैं, वे पहले से ही किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं या बीमार हैं। कोरोना महामारी के दौरान यह उनके सामने आने वाले जोखिम को बढ़ाती है। यात्रा के दौरान कुछ लोगों की मौत पहले से स्वास्थ्य खराब होने की वजह से हुई है।’

मंत्रालय ने कोरोना वायरस के संक्रमण से कमजोर व्यक्तियों या जो पहले से बीमार हैं ऐसे लोगों को बचाने की अपील की है। मंत्रालय ने कहा है कि जो लोग पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं (जैसे- हाइपरटेंशन, डायबिटीज, कैंसर, दिल से संबंधित बीमारी), गर्भवती महिलाएं, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को गृह मंत्रालय द्वारा जारी किये गए दिशा-निर्देशों के अनुसार जब तक जरूरी न हो तब तक रेल यात्रा को नजरअंदाज करने की अपील की है।