कोरोना संकट के कारण इस बार भगवान जगन्नाथ की यात्रा भी प्रभावित हुई है। इस बार की रथयात्रा बिना भक्तों के आयोजित की जा रही है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सशर्त यात्रा की मंजूरी दी थी। अपने फैसले में सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि –

  • पुरी की बस,रेलवे और एयरपोर्ट यात्रा के दौरान बंद रहेंगे। कोई भी बाहरी व्यक्ति यात्रा में सम्मिलित नहीं हो सकता।
  • यात्रा में सम्मिलित हो रहे सभी व्यक्तियों का कोरोना टेस्ट निगेटिव रहना अनिवार्य है।
  • तीनों रथों के बीच पर्याप्त दूरी रहनी चाहिए।
  • मंदिर के पुजारी और प्रशासन से जुड़े लोग ही इस यात्रा में सम्मिलित हो सकते हैं।
  • अहमदाबाद में इस बार रथयात्रा सिर्फ मंदिर प्रांगण में ही घुमाया जा रहा है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी रहे मौजूद।
  • कोलकाता में रथ यात्रा ट्रक पर निकाली जा रही है। वहीं पहली बार बंगाल में रथयात्रा पर सार्वजनिक छुट्टी है।

  • रथयात्रा पर उस समय संकट के बादल छा गए थे जब 18 जून को सर्वोच्च न्यायालय ने इसपर यह कहते हुए रोक लगा दिया था कि इससे कोरोना संक्रमण फैल सकता है। लेकिन सोमवार को एक मुस्लिम युवक और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा की याचिका पर सुनवाई करते हुए यात्रा की सशर्त अनुमति दी थी। केन्द्र सरकार की तरफ से सालिस्टर जनरल तुषार मेहता और उड़ीसा सरकार की तरफ से वरिष्ठ वकील हरिश साल्वे ने रथ यात्रा के समर्थन में पक्ष रखा।