प्रशांत मिश्रा
बॉलीवुड में कई सारी फिल्में है जो गुरु और शिष्य का अनोखा बंधन दिखाती हैं। कहा जाता है कि फिल्में एक तरह से समाज का आइना होती है। समाज के हर रूप, हर रिश्ते को बॉलीवुड में बखूबी दिखाया जाता है। इन्हीं रिश्तों में से एक अनोखा रिश्ता गुरु और शिष्य का होता है जो कि हर रिश्ते से खास होता है। बॉलीवुड में गुरु-शिष्य के रिश्ते को दिखाते हुए कई फिल्में बनीं हैं जिनमें गुरु-शिष्य के रिश्तों को अलग-अलग दृष्टिकोण से दिखाया गया है। कुछ खास फिल्में इस लिस्ट में शामिल हैं।
3 इडियट्स
अगर हम गुरू-शिष्य के अनोखे रिश्ते की बात करें तो आमिर खान की फिल्म 3 इडियट्स को कभी भुलाया नहीं जा सकता। कॉम्पटिशन के ज़माने में डॉक्टर और इंजीनियर बनने की होड़ में देश के युवाओं को किस तरह के मानसिक प्रेशर से गुज़रना पड़ता है ये आमिर ने अपनी इस फिल्म में बेहतरीन और अलग अंदाज़ से दिखाया था। इस फिल्म में इंजीनियरिंग कॉलेज के कड़क प्रिसिंपल का रोल प्ले किया था बमन ईरानी ने जिनकी कलाकारी को लोगों ने बहुत पसंद किया था और आज भी लोगों को उनका ये किरदार याद आता है। जबकि आमिर खान ने एक ऐसे इंजीनियरिंग स्टूडेंट के रोल निभाया था जो किसी और की पहचान के साथ स्कूल से लेकर कॉलेज तक की पढ़ाई करता है। और अंत में बड़ा वैज्ञानिक बनता है । यही नहीं इस फिल्म में ये शिक्षा भी दी गई कि युवाओं को समाज या परिवार के दबाव के चलते सिर्फ डॉक्टर या इंजीनियर बनने की रेस में नहीं दौड़ना चाहिए, बल्कि वह करना चाहिए जिसमें वह परफेक्ट हैं। इस फिल्म में गुरु-शिष्य के रिश्ते को काफी सुंदर तरीके से दिखाया गया था।
सुपर 30
बॉलीवुड के जाने माने कलाकारों में से एक ऋतिक रोशन की फिल्म ‘सुपर 30’ गुरु-शिष्य के रिश्ते में चार चांद लगाती है। “अब आज राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा। राजा वहीं बनेगा जो हकदार होगा”। ‘सुपर 30’ का ये दमदार डायलॉग जब-जब सुनाई देता है तब-तब उन लाखों गरीब होनहार स्टूडेंट्स के दिल में उम्मीद की रोशनी जाग जाती है, जो अपनी मेहनत और पढ़ाई-लिखाई के दम पर ऊंचाई पर पहुंचना चाहते हैं। ‘सुपर 30’ बिहार के मैथेमेटिशियन आनंद कुमार की असल जिंदगी पर बेस्ड है। फिल्म में ऋतिक रोशन आनंद कुमार का किरदार निभाते नज़र आए थे, जो उन गरीब बच्चों को आईआईटी की मुफ्त कोचिंग देते हैं, जो बच्चे आर्थिक स्थिति अच्छी न होने की वजह से कोचिंग नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन पढ़ने में अच्छे हैं। इस फिल्म ने बॉक्सऑफिस पर कमाल कर दिया था और लोगों ने इस फिल्म को काफी प्यार दिया था।
तारें ज़मीन पर
बॉलीवुड के खान आमिर खान की फिल्म ‘तारें जमीन पर’ एक ऐसे बच्चे की कहानी पर आधारित थी जो कि डिस्लेक्सिया (Dyslexia) से जूझ रहा था और अपने ही परिवार की अपेक्षा का शिकार हो रहा था। लेकिन उस बच्चे की जिंदगी में मदद करने के लिए आगे आए उसके आर्ट टीचर राम शंकर निकुंभ। जिन्होने बच्चे की परेशानी को समझा और उसके अंदर छुपी प्रतिभा को संवारा। बच्चे के हौसले को नई उड़ान दी। इस फिल्म में आमिर खान और दर्षिल सफारी ने अवॉर्ड विनिंग परफोर्मेंस दी थी। इस फिल्म में गुरु-शिष्य का बहुत ही प्यार रिश्ता देखेने को मिला था। फिल्म को काफी खूबसूरती से बनाया गया था दर्षिल सफारी की एक्टिंग को दर्शकों का बहुत प्यार मिला था।