शुक्रवार को गैंगस्टर विकास दुबे का यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया। हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे के एनकाउंटर मामलें में अब आधिकारिक बयान जारी किया गया है। प्रेस नोट में बताया गया है कि एसटीएफ के वाहन के सामने गाय-भैंसों का एक झुंड अचानक से आ गया था, जिसके कारण गाड़ी अनियंत्रित हो गयी और पलट गयी। पुलिस ने जब उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने पुलिस वालों पर गोलियां चलानी शुरू की। पुलिस के आत्मरक्षा में पलटवार करने पर वह घायल हो गया। जब अस्पताल लेकर गए तो वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

Press release.

इस पुरी प्रेस रिलीज़ में पूरा घटनाक्रम बताया गया है। विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उसके गांव बिकारू में लोग आपस में मिठाई बांट रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार स्थानीय लोगों का कहना है कि, ‘यह पूरा इलाका आज बहुत खुश है। ऐसा लगता है जैसे हम आखिरकार आजाद हो गए हैं। यह आतंक के युग का अंत है। हर कोई बहुत खुश है।’

विपक्ष कर रहा है सवाल: 

एनकाउंटर के बाद से ही विपक्ष द्वारा सवाल खड़े किये जा रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी कहा कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को अपराध प्रदेश बना दिया है। विकास दुबे जैसे अपराधी सत्ता के लोगों द्वारा पनपते और फलते हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस पूरे प्रकरण पर सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच की मांग की है।