प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मणिपुर के लिए जलापूर्ति परियोजना की आधारशिला रखी। परियोजना के तहत मणिपुर के 16 जिलों के 2,80,756 परिवारों के घर तक जल पहुंचाने का लक्ष्य है। पीएमओ के मुताबिक, जल परियोजना इस तरह से तैयार की गई है, जिससे ग्रेटर इंफाल योजना क्षेत्र, 25 कस्बों व 1731 ग्रामीण बस्तियों के शेष बचे परिवारों को ताजा जल घरेलू नल कनेक्शन से मुहैया कराया जा सके।
रक्षाबंधन के मौके पर बहनों के लिए तोहफा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर घर जल मिशन के तहत यहां पर वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी गई। कोरोनावायरस संकट काल में भी देश रुका नहीं है, देश थमा नहीं है और देश थका नहीं है। जब तक वैक्सीन नहीं आती है, हमें मजबूती से लड़ते रहना है। पीएम ने इस प्रोजेक्ट को रक्षाबंधन के मौके पर बहनों के लिए तोहफा बताया।
उन्होंने यह भी कहा कि नॉर्थ ईस्ट के लोगों को लोकल पर गर्व होता है, जब मैं वहां का गमछा पहनता हूं तो लोगो को गर्व होता है। बंबू के क्षेत्र में नॉर्थ ईस्ट को लाभ होगा, जो राज्य एक्टिव होगा उसे काफी फायदा होने वाला है।
1 लाख वॉटर कनेक्शन हर रोज दिए जा रहे
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहां कि आज स्थिति यह है कि देश में करीब-करीब 1 लाख वॉटर कनेक्शन हर रोज दिए जा रहे हैं। यानी हर रोज 100000 माताओं बहनों की जीवन में पानी की इतनी बड़ी चिंता को हम दूर कर रहे हैं, उनका जीवन आसान बना रहे हैं। पिछले वर्ष जब देश में जल जीवन मिशन की शुरुआत हो रही थी तभी मैंने कहा कि हमें पहले की सरकारों के मुकाबले कई गुना तेजी से काम करना है। जब 15 करोड़ से ज्यादा घरों में पाइप से पानी पहुंचाना है, तो एक पल के लिए भी रुकने के बारे में सोचा नहीं जा सकता।
मुफ्त गैस, अनाज की सुविधा दी गई
पीएम मोदी ने कहा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्य योजना के तहत मणिपुर के करीब 25 लाख गरीब भाई बहनों को मुफ्त अनाज मिला है।इसी तरह डेढ़ लाख से अधिक बहनों को उज्जवला योजना के तहत मुफ्त गैस सिलेंडर की सुविधा दी गई है।
पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत को डोरी चुनौतियों से निपटना पड़ रहा
पीएम मोदी ने बताया कि इस बार तो पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत को एक तरह से दोहरी चुनौतियों से निपटना पड़ रहा है। नार्थ ईस्ट में फिर इस साल भारी बारिश होने के कारण नुकसान हो रहा है। अनेक लोगों की मृत्यु हुई है, अनेक लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। मणिपुर में कोरोनावायरस कि गति और दायरे को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार दिन रात जुटी हुई है। लॉकडाउन के दौरान मणिपुर के लोगों के लिए जरूरी इंतजाम हो या फिर उनको वापस लाने के लिए विशेष प्रबंध, राज्य सरकार ने हर जरूरी कदम उठाए हैं।
नॉर्थ ईस्ट की अलग पहचान
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा यह नॉर्थ ईस्ट, एक प्रकार से पूर्वी एशिया के साथ हमारे प्राचीन सांस्कृतिक रिश्तों और भविष्य के व्यापार, यात्रा और पर्यटन के रिश्तो का गेटवे है। इसी सोच के साथ मणिपुर सहित पूरे नार्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी से जुड़े इन्फ्राट्रक्चर पर निरंतर बल दिया जा रहा है। रोडवेज, राष्ट्रीय राजमार्ग, हवाई अड्डे, पानी के रास्ते और आईं – वेज के साथ-साथ गैस पाइपलाइन का भी आधुनिक इन्फ्राट्रक्चर नार्थ ईस्ट में बिछाया जा रहा है। बीते 6 साल में पूरे नॉर्थ ईस्ट के इन्फ्राट्रक्चर पर हजारों करोड रुपए का निवेश किया गया है। कोशिश यह है कि नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों की राजधानियों को चार लेन, डिस्टिक हेड क्वार्टर को दो लेन और गांव को सभी मौसम वाले रोड से जोड़ा जाए। इसके तहत करीब 3000 किलोमीटर सड़कें तैयार भी हो चुकी है और करीब 6000 किलोमीटर के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।