प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने world youth skill day कार्यक्रम पर देश युवाओं को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट ने जहां काम करने के तरीके बदले वहीं नए अवसर भी बनाए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण की मुख्य बातें

• कोरोना के इस संकट ने World- Culture के साथ ही
Nature of Job को भी बदलकर के रख दिया है।
और बदलती हुई नित्य नूतन Technology ने भी उस पर प्रभाव पैदा किया है।

• वैसे साथियों,कई लोग मुझसे पूछते हैं, कि आज के दौर में बिज़नेस और बाज़ार इतनी तेजी से बदलते हैं, कि समझ ही नहीं आता Relevant कैसे रहा जाए।

• कोरोना के इस समय में तो ये सवाल और भी अहम हो गया है। साथियों,मैं इसका एक ही जवाब देता हूं,relevant रहने का मंत्र है,Skill,Re- Skill और upskill

• Skill का अर्थ है, आप कोई नया हुनर सीखें। जैसे कि आपने लकड़ी के एक टुकड़े से कुर्सी बनाना सीखा, तो ये आपका हुनर हुआ।आपने लकड़ी के उस टुकड़े की कीमत भी बढ़ा दी। Value Addition किया।

• लेकिन ये कीमत बनी रहे, इसके लिए नए डिज़ाइन, नयी स्टाइल, यानी रोज़ कुछ नया जोड़ना पड़ता है। उसके लिए नया सीखते रहना पड़ता है। और कुछ नया सीखते रहने का मतलब,ये है Re- Skill

• Skill, Re- skill और Upskill का ये मंत्र जानना, समझना, और इसका पालन करना, हम सभी के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है।

• Skill की ये ताकत जो है, इंसान को कहां से कहां पहुंचा सकती है। साथियों, एक सफल व्यक्ति की बहुत बड़ी निशानी होती है कि वो अपनी स्किल बढ़ाने का कोई भी मौका जाने ना दे।

• Skill के प्रति अगर आप में आकर्षण नहीं है, कुछ नया सीखने की ललक नहीं है तो जीवन ठहर जाता है। एक रुकावट सी महसूस होती है। एक प्रकार से वो व्यक्ति अपने व्यक्तित्व को, अपनी Personality को ही बोझ बना लेता है।

• वहीं skill के प्रति आकर्षण, जीने की ताकत देता है, जीने का उत्साह देता है। Skill सिर्फ रोजी- रोटी और पैसे कमाने का जरिया नहीं है। जिंदगी में उमंग चाहिए, उत्साह चाहिए, जीने की जिद चाहिए, तो skill हमारी driving force बनती है, हमारे लिए नई प्रेरणा लेकर आती है।

• आज भारत में knowledge और skill, दोनों में जो अंतर है, उसे समझते हुए ही काम हो रहा है। आज से 5 साल पहले, आज के ही दिन Skill India Mission इसी सोच के साथ शुरू किया गया था।

• इसके लिए देशभर में सैकड़ों प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र खोले गए। ITIs की संख्या बढ़ाई गई, उसमें लाखों नई seats जोड़ी गई। इस दौरान 5 करोड़ से ज्यादा लोगों का skill development किया जा चुका है। और यह अभियान निरंतर जारी है।

• साथियों, तेजी से बदलती हुई आज की दुनिया में अनेक सेक्टरों में लाखों skilled लोगों की जरूरत है। विशेषकर स्वास्थ्य सेवाओं में तो बहुत बड़ी संभावनाएं बन रही हैं।

• यही समझते हुए अब कौशल विकास मंत्रालय ने दुनिया भर में बन रहे इन अवसरों की मैपिंग शुरू की है। कोशिश यही है कि भारत के युवा को अन्य देशों की जरूरतों के बारे में, उसके संबंध में भी सही और सटीक जानकारी मिल सके।

• चार-पांच दिन पहले देश में श्रमिकों की स्किल मैपिंग का एक पोर्टल भी शुरू किया गया है। यह पोर्टल स्किल्ड लोगों को, स्किल्ड श्रमिकों की मैपिंग करने में अहम भूमिका निभाएगा। इससे Employers एक click में ही स्किल्ड मैप वाले वर्कर्स तक पहुंच पाएंगे।

• आपने इधर बीच भी देखा होगा कि कैसे एक खास Skill set के साथ गांव पहुंचे लोगों ने, गांव का कायाकल्प करना शुरू कर दिया है। कोई स्कूल को पेंट कर रहा है, तो कोई नई डिजाइन के घर बनवा रहा है।

• छोटी-बड़ी हर तरह की ऐसी ही Skill, आत्मनिर्भर भारत की भी बहुत बड़ी शक्ति बनेगी।