कोरोना कहर के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि “डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मियों के प्रशिक्षण के साथ ही डिग्री व माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्याें को भी प्रशिक्षण दिलाए जाए।” उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव हेतु प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर लगाए जाए।

टीम-11 के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में रहने वाले कर्मी अपने सहयोगियों के लिए कोरोना कैरियर बन सकते हैं। इसलिए लोग अपने कार्यस्थल पर न जाएं। साथ ही दूसरे प्रान्तों से आ रहे कामगारों के अस्वस्थ होने की दशा में उन्हें समुचित उपचार उपलब्ध कराएं। लॉकडाउन-3 में संचालित किए जाने वाले उद्योग-धंधों के लिए कार्ययोजना बनाया जाए। रविवार को औद्योगिक गतिविधियों के संचालन के संबंध में अपनी एडवाइजरी जारी कर सकता है।
उत्तर प्रदेश सहित देश के अलग-अलग प्रदेशों में बड़ी संख्या में मजदूरों की वापसी हो रही है। ऐसे में प्रदेश के अन्दर बड़ी संख्या में क्वारंटाइन सेन्टर बनाए जाएंगे। एक अनुमान के मुताबिक उत्तर प्रदेश के करीब 15 लाख लोग विभिन्न प्रदेशों में काम कर रहें है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,487 है। जिसमें 6,89 लोग अभी तक स्वस्थ हो चुके हैं वहीं 43 लोगों की मृत्यु कोरोना के कारण हो चुका है।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मियों के प्रशिक्षण के साथ ही डिग्री व माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्याें को भी प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 से बचाव हेतु प्रशिक्षण के मास्टर ट्रेनर्स लगाए जाएं।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) May 3, 2020