कोरोना वायरस के कारण भारत में स्कूल, कॉलेज की परीक्षाएं टाल दी गई थी वही स्कूल के छात्रों को अगली क्लास में प्रमोट कर दिया गया। वही विश्वविद्यालय के प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को भी अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया।
पिछले कई हफ्तों से दिल्ली विश्वविद्यालय में परीक्षाओं को लेकर वाद – विवाद छिड़ा हुआ था। दरअसल दिल्ली विश्वविद्यालय ने ओपन बुक एग्जाम करवाने की व्यवस्था की परंतु छात्रों ने इसका विरोध जताया। स्टूडेंट्स का कहना है कि ओपन बुक एग्जाम करवा पाना असंभव है क्योंकि ऐसे बहुत से लोग हैं जिनके पास लैपटॉप, मोबाइल आज भी पर्याप्त नहीं है वही कश्मीर, लद्दाख, बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में इंटरनेट की सुविधा से आज भी लोग वंचित हैं।
गुरुवार को UGC के सचिव प्रो. रजनीश जैन ने कहां ‘हमने देखा कि बदलती हुई कोविड-19 की परिस्थितियों और छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को देखते हुए जुलाई में अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा करा पाना संभव नहीं था। इसलिए 30 सितंबर तक परीक्षा कराने की गाइडलाइन दी गई है।’
प्रो.रजनीश जैन ने बताया कि अगर हम अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं नहीं कराएंगे तो उनकी डिग्री की वैधता पर एक सवाल उठता है।