प्रभुनाथ शुक्ला

भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले की इसी कोतवाली के जमुनीपुर अठगवां गाँव में शनिवार की रात मेला की बारी में जमीनी विवाद में पड़ोसियों को फँसाने के लिए चाचा और चाची ने मिलकर अपनी ही भतीजी यानी भाई की बेटी की हत्या कर दिया। भदोही एसपी रामबदन सिंह ने बताया कि जाँच के दौरान मृतका की हत्या परिजनों द्वारा किए जाने का संकेत मिला। गहराई से जांच करने पर मृतका का चाचा रंजीत दुबे के मोबाइल को चेक करने पर कॉल रिकॉर्डर से संदिग्ध कॉल मिली। जिसके संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर रंजीत ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

एसपी ने बताया कि पड़ोसियों से जमीनी विवाद चल रहा था। पट्टीदारों को फंसाने के लिए अपहरण की फर्जी कहानी रची गई थी। लेकिन पुलिस जांच में मामला साफ हो गया। एसपी के अनुसार इंद्रेश अपनी भतीजी निशा को लेकर पूर्व निर्धारित स्थान पर पहुंचा। फ़िर इंद्रेश की पत्नी वंदना ने रंजीत को बताया कि उसे लेकर घर से इन्द्रेश हत्या के लिए निकल चुका है। तुम भी वहां पहुंचो। बाद में दोनों भाइयों ने मिलकर निशा का हाथ, पैर, मुंह दबाकर चौपड़ से गला काटकर हत्या कर दिया एसपी ने बताया कि हत्या के पूर्व साजिश के तहत पड़ोसियों के खिलाफ अपहरण की झूठी कहानी का प्रार्थना पत्र दिया जा चुका था।

एसपी ने किशोरी की हत्या के मामले में बेगुनाह किशोरी के हत्या के मामले में चाचा इंद्रेश कुमार दुबे, रंजीत दुबे व चाची बंदना दुबे को कोछिया से गिरफ्तार कर लिया है। घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व रक्त रंजित चौपड़ भी बरामद हुआ। टीम को एसपी ने 10000 पुरस्कार देने की घोषणा की है।