प्रभुनाथ शुक्ला

भदोही, 21 अगस्त। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में पांच दिन पूर्व मवेशी चराते वक्त गायब हुई किशोरी और बाद में उसका जला हुआ शव मिलने की घटना का गुरुवार को पटाक्षेप हो गया। देरशाम आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद बलात्कार और तेजाब से जलाने का सशंय ख़त्म हो गया है। इस घटना के बाद चौतरफा घिरी पुलिस को अपनी शाख बचाने के लिए शव का दो बार पोस्टमार्टम कराना पड़ा। दो बार में कुल सात डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। रिपोर्ट में यह साफ हो गई कि बलात्कार नहीँ हुआ है और न ही तेजाब से जलाया गया है बल्कि मौत पानी में डूबने से हुई है।

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भदोही पुलिस अधीक्षक आरबी सिंह की तरफ़ से मीडिया की ब्रीफिंग में भी साफ कर दिया गया कि किशोरी की मौत डूबने से हुई है। किशोरी के साथ बलात्कार नहीँ हुआ है और न तेजाब से जलाया गया है। लेकिन किशोरी की मौत के पांच दिन बाद भी पुलिस का खुलासा संदिग्ध बना है। सोशलमीडिया पर मासूम बेटी को न्याय दिलाने कि मुहिम चल रहीं है। पुलिस पर यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि पुलिस सच्चाई को छुपा रहीं है। प्रतिपक्ष इस घटना को लेकर मुखर है। अब सवाल उठता है कि घटना की जमीनी सच्चाई क्या है। जबकि पीड़ित परिवार न्याय चाहता है। भदोही पुलिस ने दोबारा पोस्टमार्टम कराने को लेकर परिजनों से पूछा भी था कि वह कहीँ से भी दोबारा पोस्टमार्टम करा सकते हैं। यह बात ख़ुद पुलिस अधीक्षक ने अपने बयान में कहा था।

भदोही कोतवाली के तुलसीचक गांव के एक परिवार की 17 वर्षीय बेटी सोमवार की शाम वरुणा किनारे मवेशियों को चराने गई थी। उसके साथ उसकी छोटी बहन भी थी। छोटी बहन भोजन करने के लिए घर आई और करीब 30 घंटे बाद लौटी तो बड़ी बहन गायब थी। उसने घर वालों को इसकी जानकारी दी। घर वाले किशोरी की खोजबीन में जुट गए। देर शाम तक कुछ पता नहीं चला तो रात में ही पुलिस को जानकारी दी गई। परिजनों ने पड़ोसी गांव के ईंट भट्टा मालिक पर शक जताया गया।

बुधवार की सुबह छात्रा का शव वरुणा नदी में उतराया मिला था। छात्रा के शरीर पर केवल पहले से पहनी हुई काले रंग की जिंस पैंट थी। उसका चेहरा जलाया गया था। शव देखने से साफ लग रहा था कि छात्रा के साथ दरिंदगी करने के बाद तेजाब से जलाया गया है। परिजन और ग्रामीणों ने घटना से आक्रोशित होकर भदोही-जौनपुर मार्ग पर चक्काजाम भी किया था। पुलिस ने इस मामले कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था। एसपी आरबी सिंह, क्षेत्राधिकारी भदोही और फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। एसपी ने यह माना भी था कि यह जघन्य हत्या हुई है। उन्होंने भी आशंका जताई थीं कि किसी वस्तु से जलाया गया लगता है, लेकिन स्थिति पोस्टमार्टम के बाद साफ होगी।

पूरे घटना में अहम सवाल है कि अगर किशोरी की डूबने मौत हुई तो उसके जिस्म के ऊपरी हिस्से के कपड़े कहाँ गए। डूबने के बाद कपड़े कैसे गायब हुए। शव इतनी बुरी तरह झुलसा क्यों था। अगर किशोरी को जलाया नहीँ गया तो पानी में उसका शव काला कैसे पड़ गया। शव के काला पड़ने के सवाल पर पुलिस अधीक्षक का कहना था कि पानी में कई घंटे शव पड़े होने से काला पड़ गया। जबकि आम तौर पर ऐसा कम देखा गया। पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल पर पहुँच ख़ुद जघन्य हत्या की आशंका जताई थीं।

सोशलमीडिया पर चल रहीं बहस में साफ कहा जा रहा है कि छात्रा का अपहरण करने के बाद उसके साथ रेप किया गया है और पहचान मिटाने के लिये चेहरे को तेजाब से जला दिया गया। सोशलमीडिया में सुशांत केस तरह सीबीआई जाँच की माँग कर रहे हैं। लेकिन भदोही पुलिस अधीक्षक ने साफ कर दिया है कि पोस्टमार्टम में बलात्कार और तेजाब से जलाने कि बात नहीँ आई है। रिपोर्ट में पानी में डूबने से मौत की बात आई है। इस मामले पर अब राजनीति शुरू हो गई है। लेकिन पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए।

पानी में डूबने से हुई किशोरी की मौत: एसपी

भदोही। पुलिस अधीक्षक भदोही आरबी सिंह मीडिया में अपनी बात रखते हुए कहा है कि किशोरी की मौत पानी में डूबने से हुई है। जबकि घटना स्थल पर एसपी ने शव को देखकर हत्या और जलाने की आशंका जताई थीं। हालांकि उन्होंने कहा था कि पोस्टमार्टम के बाद स्थिति साफ होगी। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की आशंका न हो इसलिए दोबार पोस्टमार्टम कराया गया। एक बार दो फ़िर पांच डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। लेकिन एसपी के अनुसार दोनों बार पानी में डूबने से मौत की बात आई है। बलात्कार और किशोरी को तेजाब से जलाने की पोस्टमार्टम में पुष्टि नहीँ हुई है।