प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लॉकडाउन के बावजूद भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार रुक नहीं रही हैं। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के तमाम उपाय के बावजूद जिले में कुल 61 कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ गई हैं।
आज बीएचयू में साइंटिस्ट के पद पर काम करने वाली कोरोना जांच में पॉजिटिव पाई गई। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के मुताबिक ये साइंटिस्ट बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान विभाग के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की कोरोना टेस्टिंग लैब में कार्यत थी।
जिलाधिकारी ने बताया कि महिला साइंटिस्ट को दो से तीन दिन पहले बुखार और सर्दी था। जांच में इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन और बीएचयू के वरिष्ठ अधिकारी ने कोरोना संक्रमित साइंटिस्ट से फोन पर बातचीत करके हौसला अफजाई की। साथ में इतने दिनों से रात-दिन काम करने के लिए उनकी सराहना भी किए। जिलाधिकारी ने महिला साइंटिस्ट के मनोबल को मजबूत करते हुए कहा कि इस संकट की घड़ी में पूरा जिला उनके साथ खड़ा है।
बीएचयू में महिला साइंटिस्ट के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सोशल मीडिया और कुछ संचार माध्यम पर खबर चल रही है कि चिकित्सा विज्ञान संस्थान,बीएचयू,स्थिति माइक्रोबायोलॉजी लैब में एक कर्मी की COVID-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आने से लैब बन्द कर दी गई है और कोरोना जांच का काम रुक गया है।
इस खबर को बीएचयू के जनसम्पर्क अधिकारी ने गलत बताया। उनका कहना है कि अभी लैब को अस्थायी रूप से स्थगित किया गया है, जैसे ही लैब को पूरी तरह सैनिटाइज कर दिया जाएगा, जांच के लिए प्रशिक्षित दूसरी टीम अपना काम शुरू कर देगी।
बीएचयू के सूचना एवं जन संपर्क कार्यालय के तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक माइक्रोबायोलॉजी लैब में काम अस्थायी रूप से स्थगित होने के कारण भी चिकित्सा विज्ञान संस्थान में कोरोना परीक्षण का काम रुका नहीं है और जीन एक्सपर्ट मशीन के माध्यम से जांच का काम चल रहा है। जीन एक्सपर्ट मशीन को कोरोना परीक्षण के काम को और गति देने के लिए कल ही स्थापित किया गया था। इस मशीन में बड़ी संख्या में परीक्षण किये जा सकते हैं।