स्रोत - नवभारत टाइम्स

मंगलवार को राज्य के शिक्षा मंत्रियों के साथ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल के साथ हुई बैठक में परीक्षा की कॉपियों की चेकिंग शुरू करने का निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय माध्‍यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने यह भी कहा है कि 10वीं और 12वीं के 36 लाख स्‍टूडेंट्स के 2 करोड़ पेपरों की चैकिंग 2 लाख टीचरों की मदद से किया जाएगा।शिक्षकों को उनके घर पर ही कॉपियां भेजी जाएंगी चेकिंग के लिए।
सीबीएसई लॉक डाउन के बाद 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं करवाएगी। बोर्ड 10वीं और 12वीं कक्षा के 29 मुख्य विषयों की परीक्षा कराने के अपने उस फैसले पर कायम है जिसका उल्लेख उसने 1 अप्रैल 2020 को जारी सर्कुलर में भी किया था।

1 अप्रैल 2020 को जारी सर्कुलर में सीबीएसई ने कहा है कि परीक्षा के नए शेड्यूल को लेकर कोई भी फैसला हायर एजुकेशन अथॉरिटी से सलाह मशविरा करने के बाद लिया जाएगा। नई तारीखें एंट्रेंस एग्जाम व एडमिशन की डेट्स को ध्यान में रखकर तय की जाएंगी। इसी सर्कुलर में सीबीएसई ने पहली कक्षा से 8वीं तक के सभी छात्रों को प्रमोट करने का ऐलान किया था। और साथ ही कहा था कि 9वीं और 11वीं के छात्र इंटरनल असेसमेंट, टेस्ट, प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर पास किए जाएंगे।

स्रोत – ANI

वही दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने सुझाव दिया कि 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षा कराना संभव नहीं है इंटरनल परीक्षा के आधार पर पास कर दिया जाना चाहिए साथ ही उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने दूरदर्शन और एआईआर एफएम पर रोजाना तीन तीन घंटे के समय की मांग की है ताकि दिल्ली सरकार के शिक्षक सभी बच्चों के लिए ऑन एयर कक्षाएं चला सकें।