राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन आगे नहीं बढ़ाया जाएगा यह बात शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्पष्ट कर दिया है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सत्येंद्र जैन ने इस बात को भी साफ करते हुए कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस से हो रही मौत के सही आंकड़े को लेकर एमसीडी भ्रम फैला रही है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल से जिन लोगों का अंतिम संस्कार किया जाता है उनमें दो तरह के लोग हैं एक जिनकी कोविड से मौत हुई है और दूसरे वह जो कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि एमसीडी दावा करती है कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण से 2098 लोगो की मौत हुई है लेकिन उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से हुई मौत की जानकारी हमारे पास क्यों नहीं भेजा है?
स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना वायरस को इस सदी की सबसे बड़ी त्रासदी करार देते हुए कहा था कि यह युद्ध जैसी स्थिति है और दिल्ली सरकार जरूरतों की पूर्ति के लिए और डॉक्टरों एवं चिकित्साकर्मियों को अपने साथ लाने के लिए हर तरीका आजमाएगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले 1918 में दुनिया ने स्पेनिश फ्लू देखा था जोकि 1920 तक रहा। कोरोना वायरस इस सदी की सबसे बड़ी त्रासदी है।
दिल्ली में बढ़ते हुए आंकड़े
दिल्ली में कोरोना वायरस के गुरुवार को एक दिन में रिकॉर्ड सबसे ज्यादा 1,877 नए मरीज सामने आए। इसके साथ ही राजधानी में संक्रमितों की संख्या अब 34,000 से अधिक हो गई है। वहीं मृतकों का आंकड़ा भी एक हजार से अधिक हो गया है।
यह पहली बार है कि जब दिल्ली में कोरोना वायरस के 1800 से ज्यादा मामले एक दिन में आए हैं। इससे पहले तीन जून को सबसे ज्यादा 1513 मामले सामने आए थे।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार रात को जारी हेल्थ बुलेटिन में बताया कि कोरोना वायरस के कारण जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 1,085 हो गई है। वहीं जानलेवा संक्रमण के 34,687 मामले हो गए हैं।