छात्र संगठनों द्वारा भी किया जा रहा है इसका विरोध।

विद्या शर्मा।

दिल्ली विश्वविद्यालय के रामलाल आनंद कॉलेज के छात्रों ने कॉलेज फीस को लेकर मुहिम छेड़ दी है। कॉविड-19 के कारण दिल्ली के स्कूलों और विश्वविद्यालयों को, स्थिति सामान्य होने तक बंद रखा गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने 2020-21 के शैक्षिक सत्र की शुरुआत 2 अगस्त और 3-वर्षीय छात्रों के लिए 10 अगस्त से की है। ऐसे में दिल्ली विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों ने पहले ही वर्ष के लिए फीस जमा करने का नोटिस जारी कर दिया है।

छात्रों द्वारा लिखा गया पत्र।

छात्रों का कहना है कि अगर हम कॉलेज की किसी भी सुविधा जैसे- बिजली, कॉलेज लाइब्रेरी खेल सुविधा, लैब आदि का इस्तेमाल ही नहीं कर रहे हैं, तो फिर इन चीजों को जोड़ कर फीस क्यों बढ़ाई जा रही है? छात्र इस मुहीम के लिए ऑनलाइन साधनों जैसे कि मेल और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। बड़ी संख्या में सभी कॉलेजों के छात्रों द्वारा यह ई-मेल किये गए हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) ने डीयू के कुलपति को एक पत्र लिखा है, जो कोरोना वायरस के समय में शैक्षणिक शुल्क में छूट की मांग करता है। पत्र में लिखा गया है कि कोरोनो वायरस महामारी में लोगों ने कई कठिनाइयों का सामना किया है और ऐसी परिस्थितियों में, DUSU दिल्ली विश्वविद्यालय से अनुरोध करता है कि वह सही उपाय करें और फीस का भुगतान किस्तों में करने की अनुमति दें।

छात्र संगठनों द्वारा भी किया जा रहा है विरोध।

महामारी ने जिस तरह देश को घेर रखा है उससे कोई भी क्षेत्र नहीं बचा है। कई लोगों से उनका रोज़गार छिन गया है, नौकरियां छुट गई हैं। ऐसे में कई छात्रों का कहना है कि वह अभी आर्थिक रूप से इतने सक्षम नहीं हैं कि अपनी फीस भर सकें। कॉलेज ने ऐसे छात्रों को सहायता देने के बजाय, बिना स्पष्टीकरण फीस बढ़ाने का फैसला ले लिया है।

इन कॉलेज के छात्रों की निम्नलिखित मांगें हैं:

1. फीस के भुगतान के संबंध में कॉलेज की वेबसाइट पर 17.08.2020 को अपलोड किए गए नोटिस को तुरंत हटा दिया जाना चाहिए और फीस लिंक का भुगतान रद्द कर दिया जाना चाहिए।

2. अभिभावक को महामारी के कारण वित्तीय संकट का सामना करने पर विचार करते हुए शुल्क संरचना पर पुनर्विचार करना चाहिए और उन सुविधाओं के लिए शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए जो छात्रों द्वारा नहीं ली जा रही हैं।

3. शुल्क वृद्धि के नोटिस को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।

4. छात्रों को कौन-कौन सी सुविधाएं दी जा रही हैं, इसके लिए फीस का एक विस्तृत ब्यौरा, संशोधित शुल्क संरचना के साथ कॉलेज की वेबसाइट पर अपलोड किया जाना चाहिए।

5. जो छात्र वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं, उन्हें कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जानी चाहिए और कॉलेज की वेबसाइट पर उसी के लिए आवेदन करने के लिए एक लिंक प्रदान किया जाना चाहिए।