स्रोत - ANI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों व अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ लॉन्च इवेंट में भाग लिया। योजना के शुरुआत में उन्होंने देश के गांव और ग्रामीणों के प्रयासों की प्रशंसा की ब जो कोविड-19 से पूरे साहस के साथ सामना कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जब मैं बिहार के लोगों से बात कर रहा हूं तो मैं गौरव के साथ इस बात का जिक्र करना चाहूंगा कि बिहार रेजिमेंट ने पराक्रम दिखाया है हर बिहारी को इस पर गर्व है जिन वीरों ने बलिदान दिया है उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। इनके बलिदान को पूरा देश याद रखेगा।
पीएम ने कहां की ग्राउंड पर काम करने वाले हमारे साथी, ग्राम प्रधान, आंगनबाड़ी वर्कर, आशा वर्कर इन सभी ने बहुत बेहतरीन काम किया है और यह सभी वाहवाही के पात्र हैं कोई आपनी पीठ थपथपाई या ना थपथपाए पर मैं आपका जय जयकार करता रहूंगा। मैं ऐसे ग्राम सेवकों को आदर पूर्वक नमन करता हूं। जिन्होंने इस महामारी के दौरान भी अपने काम को पूरा मन लगाकर देश की सेवा में किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के दो तिहाई से ज्यादा आबादी लगभग 80-85 करोड़ लोग गांव में रहते हैं। उस ग्रामीण भारत में कोरोना संक्रमण को एक बड़े प्रभावी तरीके से रोका है यह जनसंख्या यूरोप के सारे देशों को मिला दे तो भी उससे ज्यादा है। यह हमारी एक उपलब्धि है।

इस योजना का श्रेय प्रवासी मजदूरों को जाता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘इस योजना की प्रेरणा मुझे प्रवासी मजदूरों से ही मिली है।’ उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान क्वॉरेंटाइन किए गए उज्जैन स्कूल में प्रवासी मजदूरों ने अपनी कुशलता का परिचय दिया और स्कूल की रंगाई पुताई करके आकर्षक बना दिया। बस मुझे लगा कि ये कुछ करने वाले लोग हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, कितना टैलेंट इन दिनों वापस अपने गांव लौटा है देश के हर शहर को गति और प्रगति देने वाला श्रम और हुनर जब खगड़िया जैसे ग्रामीण इलाकों में लगेगा, तो इससे बिहार का विकास को भी कितनी गति मिलेगी। सोचिए कितना टैलेंट है हमारे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में।
उन्होंने यह कहा, देश के गांव को संभालने वालों को आदरपूर्वक नमन करता हूं देव के मजदूरों को नमन करता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे इस बात की खबर मिली है कि बिहार के पटना में टेस्टिंग के लिए नई मशीन का उपयोग किया जाएगा। इस योजना के जरिए कोरोना वायरस महामारी के कारण रोकथाम के दौरान अपने राज्यों में लौटे लाखों प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिया जाएगा।

‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ की मुख्य बातें
इस योजना में 6 राज्यों के 116 जिलों में 125 दिनों के लिए रोजगार अभियान शुरू होगा जिसमें प्रवासी मजदूरों की सहायता के लिए मिशन मोड में काम करना है।
इस कार्यक्रम में बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और उड़ीसा के 116 जिलों को कवर किया जाएगा। इन सभी जिले में लॉकडाउन के दौरान 25,000 से अधिक प्रवासी श्रमिक वापस लौटे हैं।
इस योजना में 50 हजार करोड रुपए की लागत लगाई गई है जिसके तहत रोजगार प्रदान करने और बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए 25 विभिन्न प्रकार के कार्यों का गहन और केंद्रीय कार्यान्वयन शामिल होगा।
इस कार्यक्रम की शुरुआत बिहार के खगड़िया जिले के बेलदौर प्रखंड के तेलिहर गांव से शुरू किया जाएगा।
इस योजना में 12 विभिन्न मंत्रालयों और विभागों-ग्रामीण विकास पंचायती राज, सड़क परिवहन और हाईवे, खनन, पेयजल व सेनिटेशन के जरिए सफल होगा।