कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। एक वीडियो जारी करके उन्होंने कहा कि “GDP में ऐतिहासिक गिरावट का एक और बड़ा कारण है-मोदी सरकार का गब्बर सिंह टैक्स (GST)।”
राहुल गांधी ने कहा “जीएसटी के कारण बहुत कुछ बर्बाद हुआ जैसे-
लाखों छोटे व्यापार
करोड़ों नौकरियों और युवाओं का भविष्य
राज्यों की आर्थिक स्थिति।
जीएसटी मतलब आर्थिक सर्वनाश।”
वीडियो में राहुल गांधी कहते हैं
वीडियो में राहुल गांधी कहते हैं कि असंगठित अर्थव्यवस्था पर दूसरा बड़ा आक्रमण जीएसटी है। उन्हों ने कहा, “जीएसटी यूपीए का आइडिया था। एक टैक्स, कम से कम टैक्स, साधारण और सरल टैक्स। एनडीए का जीएसटी बिल्कुल अलग है। चार अलग-अलग टैक्स 28% तक टैक्स और बड़ा कॉन्प्लिकेटेड, समझने को बहुत मुश्किल टैक्स।”
राहुल गांधी ने कहा कि जो स्मॉल एंड मीडियम बिजनेसेस है, वह इस टैक्स को भर ही नहीं सकते। पर जो बड़ी कंपनियां है वो इसको आसानी से भर सकती हैं। 5-10-15 अकाउंटेंट्स लगा सकती हैं। यह चार अलग-अलग रेट क्यों है? यह चार अलग-अलग रेट इसलिए है क्योंकि सरकार चाहती है कि जिसकी पहुंच हो, जीएसटी को आसानी से बदल पाए और जिसकी पहुंच ना हो वो जीएसटी के बारे में कुछ ना कर पाए।
सरकार स्टेट्स को जीएसटी का पैसा ही नहीं दे पा रही’
कांग्रेस नेता ने कहा, “पहुंच किसकी है… हिंदुस्तान के सबसे बड़े 15-20 उद्योगपतियों की पहुंच है। तो जो भी टैक्स का कानून वह बदलना चाहते हैं, इस जीएसटी रेजीम में बदल सकते हैं। और एनडीए के जीएसटी का नतीजा क्या है? आज हिंदुस्तान की सरकार स्टेट्स को जीएसटी का पैसा ही नहीं दे पा रही। प्रदेश एंप्लॉयस को, टीचर्स को पैसा नहीं दे पा रहे।”
‘इस आक्रमण को पहचानना पड़ेगा
उन्होंने कहा कि जीएसटी बिल्कुल फेल है, मगर यह सिर्फ फेल नहीं है। यह एक आक्रमण है गरीबों पर, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस पर।
जीएसटी टैक्स की व्यवस्था नहीं है। जीएसटी हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण है। छोटे दुकानदार, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस वालों पर, किसान और मजदूरों पर आक्रमण है। हमें इस आक्रमण को पहचानना पड़ेगा और मिलकर एक-साथ इसके खिलाफ हम सब को खड़ा होना पड़ेगा।