वर्धा,(महाराष्ट्र):महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में शहीद सुखदेव को उनकी जयंती पर अभिवादन किया गया। कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने अपने संदेश में कहा कि सुखदेव उन महान भारतीय क्रांतिकारियों में से है जिन्होंने अपने देश की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। अपने बचपन के दिनों से सुखदेव ने उन अत्याचारों को देखा था जो शाही ब्रिटिश सरकार ने भारत पर किये थे। सुखदेव हिंदुस्तान सोशलिस्ट एसोसिएशन के सदस्य थे और उन्होंने पंजाब व उत्तर भारत के अन्य क्षेत्रों के क्रांतिकारी समुहों को संगठित किया। उन्होंने मुख्य रूप से युवाओं को स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने और सांप्रदायिकता को खत्म करने के लिए प्रेरित किया था। सुखदेव सिर्फ 24 वर्ष के थे जब वह अपने देश के लिए शहीद हो गए थे। भारतीय स्वतंत्रता के इतिहास में उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
विश्वविद्यालय के सुखदेव छात्रावास में हुए एक सामान्य कार्यक्रम में प्रति कुलपति प्रो. चंद्रकांत रागीट ने उनकी प्रतिमा पर सूतमाला अर्पण कर उन्हें अभिवादन किया। सुखदेव छात्रावास के अधीक्षक डॉ. भरत पण्डा, राजगुरु छात्रावास के अधीक्षक राजेश लेहकपुरे, जनसंपर्क अधिकारी बी. एस. मिरगे और विद्यार्थियों ने पुष्पार्पण कर शहीद सुखदेव को अभिवादन किया।