कोरोना वायरस की महामारी के सूची में भारत अब 10वे स्थान पर पहुंच चुका है। भारत ने केस की संख्या में ईरान को पीछे छोड़ दिया है। वही दुनिया भर में लगातार चौथे दिन रविवार को संक्रमण के करीब 1 लाख नए मामले सामने आए हैं।
भारत में कोविड-19 पर काम करने वाले शोधकर्ताओं का कहना है कि जुलाई तक भारत में कुछ लाख मामले और बढ़ सकते हैं।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत दुनिया में भर में दूसरे नंबर की आबादी में आता है जिसमें हर 13 दिन में कोरोना संक्रमण की संख्या दुगनी हो रही है।
भारत में अब सरकार ने लॉक डाउन में भी राहत दे दी है इसलिए इस वायरस के बढ़ने की और आशंका जताई जा रही है।
रॉयटर्स एजेंसी ने इस मामले में कोरोना महामारी के विशेषज्ञ प्रोफेसर मुखर्जी से बातचीत की प्रोफेसर मुखर्जी का कहना है कि भारत में अभी संक्रमण का बढ़ना कम नहीं हुआ है मुखर्जी के टीम का अनुमान है भारत में जुलाई की शुरुआत में 6 लाख 30 हजार से 21 लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं।
वही दूसरी तरफ रॉयटर्स का कहना है कि भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बढ़ती संख्या के आंकड़ों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी की आने वाले समय में बढ़ते मरीजों की देखभाल कैसे करेंगे।
दुनिया भर में अब तक कोरोना वायरस की संख्या 54 लाख 94 हजार 400 से भी ज्यादा हो गए हैं। बीते 24 घंटे में दुनिया भर में संक्रमण से 2800 से ज्यादा मौतें भी हुई है और कुल मौतों की संख्या बढ़कर अब 3,46,400 से ज्यादा हो चुकी है।
भारत में केन्द्र सरकार ने अभी लॉकडाउन की तारीख आगे बढ़ाने या इसे समाप्त करने के बारे में किसी भी तरह का निर्णय नहीं लिया है। लेकिन देश में कोरोना संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या और विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाह के बाद तो यही लग रहा है कि अभी सरकार लॉकडाउन को 31 मई से आगे भी जारी रखेगी। भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चिंता व्यक्त की है। इसी कारण उसने देश के सात राज्यों में अभी लॉकडाउन में छूट न देने की सलाह दी है।
इन 7 राज्यों में छूट ना देने की सलाह
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने देश के महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, तेलंगाना, चंडीगढ़, तमिलनाडु और बिहार को लेकर चेतावनी जारी की है। WHO ने देश के इन सात राज्यों में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लॉकडाउन का प्रतिबंध जारी रखने की जरुरत बताई है।