अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अवध प्रांत के आनलाइन व्याख्यानमाला में मंगलवार को केन्द्रीय खेल मंत्री ने ‘युवा खेल और चुनौतियां’ विषय पर अपनी बात युवाओं के सामने रखा। आन-लाइन विडियो सेशन को सम्बोधित करते हुए खेल मंत्री ने कहा “भारत सिर्फ एक खेल प्रेमी देश नहीं है,बल्कि एक ऐसी महाशक्ति है जिसके पास सबसे ज्यादा युवा धन है।”
खेलो इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से भारत में खेल का एक सकारात्मक प्रभाव बन रहा है। ऐसे में अब भारत सिर्फ एक दो मेडल से संतोष नहीं करेगा। वर्ष 2028 के ओलंपिक में भारत का लक्ष्य पदक तालिका में शुरूआती दस स्थानों में जगह बनाना है।

इस पूरी बातचीत के दौरान उनका फोकस दो बिन्दुओं की ओर अधिक रहा। पहला भारत में खेल का माहौल कैसे बने और दूसरा कि कैसे कामनवेल्थ और ओलंपिक खेलों में भारत ज्यादा से ज्यादा पदक जीत सके। उन्होंने बताया कि भारत सरकार की तरफ से खिलाड़ियों को पौष्टिक भोजन के साथ-साथ आधुनिक खेल सामान भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिससे उन्हें किसी चीज की कमी न महसूस हो।

विद्यार्थी परिषद से मांगा सुझाव

अपने वक्तव्य के दौरान खेल मंत्री ने विद्यार्थी परिषद से भी सुझाव मांगा। उन्होंने कहा कि “विद्यार्थी परिषद दुनिया का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। ऐसे में अगर विद्यार्थी परिषद की तरफ से कोई सुझाव आता है तो मंत्रालय उस पर गंभीरता से विचार करेगा।” साथ ही उन्होंने विद्यार्थी परिषद के कार्यों की तारीफ भी की।