राहुल मिश्रा
क्रिसिल का अनुमान कोरोना के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को होगा 10 लाख करोड़ का नुकसान होगा। क्रिसिल ने भारत के वित्त वर्ष 2020-21 की आर्थिक वृद्धि के अपने अनुमान को करीब आधा कम करते हुए 1.8 फीसदी कर दिया। कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को जो क्षति पहुंची है उससे कुल 10 लाख करोड़ रुपए के नुकसान होने का अनुमान है। प्रति व्यक्ति के हिसाब से अगर देंखें तो यह नुकसान औसतन 7,000 रुपये के करीब तक का होगा।
एजेंसी ने इससे पहले जीडीपी की 6 प्रतिशत वृद्धि दर का अनुमान लगाया था जिसे मार्च अंत में 3.5 प्रतिशत और अब 1.8 प्रतिशत कर दिया दिया है
सभी रेटिंग एजेंसियों ने कोरोना की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था के ग्रोथ अनुमान में भारी कटौती की है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा था कि साल 2020 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में ग्रोथ की दर 1.9 फीसदी के करीब रह सकती है, इसके बावजूद यह दुनिया में सबसे तेज गति होगी। कोरोना की वजह से दुनिया के ज्यादातर देशों की अर्थव्यस्था ठप्प पड़ी हुई है। और इस साल 1930 के महामंदी के बाद की सबसे बड़ी मंदी आ सकती है।
क्रिसिल क्या है ?
क्रिसिल एक वैश्विक विश्लेषणात्मक कंपनी है जो रेटिंग, अनुसंधान, जोखिम तथा नीति संबंधी सलाहकार सेवाएँ प्रदान करती है। इसकी अधिकांश हिस्सेदारी ‘स्टैंडर्ड एंड पूअर्स’ के पास है, जो मैकग्रा हिल फाइनेंशियल का एक विभाग है।