कानपुर में हुई घटना के बाद उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमों ने ट्वीट करते हुए लिखा “कानपुर में शातिर अपराधियों द्वारा एक भिड़न्त में डिप्टी एसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौत व 7 अन्य के आज तड़के घायल होने की घटना अति-दुःखद, शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण। स्पष्ट है कि यूपी सरकार को खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में और भी अधिक चुस्त व दुरुस्त होने की जरूरत है इस सनसनीखेज घटना के लिए अपराधियों को सरकार को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं चाहिए, चाहे इसके लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत क्यों न पड़े। सरकार मृतक पुलिस के परिवार को समुचित अनुग्रह राशि के साथ ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दे, बीएसपी की यह मांग है।”
1. कानपूर में शातिर अपराधियों द्वारा एक भिड़न्त में डिप्टी एसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौत व 7 अन्य के आज तड़के घायल होने की घटना अति-दुःखद, शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण। स्पष्ट है कि यूपी सरकार को खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में और भी अधिक चुस्त व दुरुस्त होने की जरूरत है। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 3, 2020
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा “कानपुर की दुखद घटना में पुलिस के 8 वीरों की शहादत को श्रद्धांजलि!उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है। अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए। उप्र की भाजपा सरकार अपनी पोलपट्टी खुलने के डर से आनन-फ़ानन में मुख्य अपराधी को न पकड़कर छोटी-मोटी मुठभेड़ दिखाने का नाटक करवा रही है। इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल और गिरेगा तथा पुलिस का आक्रोश भी बढ़ेगा। सरकार तुरंत मुआवज़ा घोषित करे व परिजनों को हर संभव संरक्षण दे। निंदनीय!”
उप्र की भाजपा सरकार अपनी पोलपट्टी खुलने के डर से आनन-फ़ानन में मुख्य अपराधी को न पकड़कर छोटी-मोटी मुठभेड़ दिखाने का नाटक करवा रही है. इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल और गिरेगा तथा पुलिस का आक्रोश भी बढ़ेगा.
सरकार तुरंत मुआवज़ा घोषित करे व परिजनों को हर संभव संरक्षण दे.
निंदनीय!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 3, 2020
कांग्रेस महासचिव ने सरकार घेरते हुए लिखा “बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें यूपी पुलिस के सीओ, एसओ सहित 8 जवान शहीद हो गए। यूपी पुलिस के इन शहीदों के परिजनों के साथ मेरी शोक संवेदनाएं।यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं।…आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है।
कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है। इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख़्त कार्यवाही करनी चाहिए। कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए।”
…आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है।
कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है। इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख़्त कार्यवाही करनी चाहिए। कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 3, 2020
क्या है पूरी घटना
उत्तर प्रदेश के कानपुर में कुख्यात बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों की फायरिंग में 8 जवान शहीद हो गए हैं वहीं 7 पुलिस जवान भी घायल हो गए हैं। 307 केस के आरोपी विकास दुबे को गिरफ्तार पकड़ने जब पुलिस कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव पहुंची तो छत के ऊपर से बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बदमाशों ने जेसीबी से रास्ता से रोक दिया था जिसके कारण जवान नहीं निकल पाए। बताया जा रहा है कि बदमाशों को सारी जानकारी थी कि कितने पुलिस जवान आ रहें हैं। पुलिस के द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि बदमाशों ने रात के मौके का फायदा उठाया। फिलहाल पूरे कानपुर पर की घेराबंदी कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने कहा कि बदमाशों को छोड़ा नहीं जाएगा।
आठ पुलिस जवान शहीद
वेंद्र कुमार मिश्र, सीओ बिल्हौर
महेश यादव, एसओ शिवराजपुर
अनूप कुमार, चौकी इंचार्ज मंधना
नेबूलाल, सब इंस्पेक्टर शिवराजपुर
सुल्तान सिंह कांस्टेबल थाना चौबेपुर
राहुल ,कांस्टेबल बिठूर
जितेंद्र, कांस्टेबल बिठूर
बबलू कांस्टेबल बिठूर