शांभवी शुक्ला

कानपुर। नगर के हटिया बाजार में चार मंजिला मकान गिरने से मां-बेटी की मौत हो गई। कानपुर में रुक-रुक कर हो रही बारिश से गुरुवार की रात यह हादसा हो गया। 4 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शव बाहर निकाले गए।

इस घटना की सूचना मिलते ही डीएम डॉक्टर ब्रह्मदेव राम तिवारी, डीआईजी डॉ प्रीतिंदर सिंह, एडीएम फाइनेंस, एसपी सिटी, पांच थाने के सीओ और आधा दर्जन थाने की फोर्स घटनास्थल पर पहुंची। वहीं फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची।

आपको बता दें कि हटिया बाजार स्थित इस मकान के तीसरे माले पर स्वर्गीय रामशंकर गुप्ता का परिवार रहता था। वही मकान के बाकी हिस्सों में रामशंकर के तीन भाइयों का परिवार रहता था। परिवार के अन्य सदस्यों का कहना है कि तेज बारिश के कारण गुरुवार की सुबह से ही मकान की ईंट गिर रही थी।इसको देखकर बाकी भाइयों का परिवार मकान खाली कर कहीं और निकल गया।

इसके बाद करीब रात 9 बजे रामशंकर के बेटे रिंकू बाजार से दूध लेकर लौटा। उसने देखा कि मकान की ईटें तेजी से गिर रही हैं। रिंकू के बाहर निकलते निकलते ही मकान की छत दूसरे मंजिल को छूती हुई गिर गई। जिसमें मां मीना और बहन प्रीति दब गए। अब परिवार में रामशंकर के केवल दो बेटे ही रह गए।

हालांकि मकान पुराना और जर्जर था। करीब रात 9:00 बजे मकान ढेर में तब्दील हो गया। मकान ढहने की सूचना मिलते ही आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया।

दूसरे घरों की छतों की सहायता से सिपाही और फायर ब्रिगेड मकान के अंदर पहुंच सके। रास्ता सकरा होने से रेस्क्यू में काफी दिक्कतें आयी। गली सकरी होने के कारण जेसीबी को घटनास्थल पर पहुंचने में ही 1 घंटे लग गए। उसके बाद क्रेन से छत हटाकर शवों को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई।