शिल्पा दूबे
दुनिया भर में आपातकाल की स्थिति बनी हुई है और ऐसी स्थिति में एनसीसी कैडेट एक बार फिर अपना दायित्व निभाने के लिए सामने आए हैं। एनसीसी ने कोविड की रोकथाम में मदद के लिए एक्सरसाइज एनसीसी योगदान नाम से एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने का फैसला कर लिया है इसमें एनसीसी के वे कैडेट जो 18 साल से अधिक उम्र के हैं, स्थानीय प्रशासन की मदद करेंगे। उन्हें इस कार्य के लिए सरकार अस्थार्यी रोजगार भी उपलब्ध कराएगी। एक एनसीसी अधिकारी की देखरेख में 8-20 कैडेट के समूहों को जगह-जगह तैनात किया जाएगा।
राज्य कैडेट को कोरोना हॉटस्पाट पर तैनात नहीं किया जाएगा।मंत्रालय ने जारी बयान में यह बात कहा है कि वे हेल्पलाइन,राहत एवं खाद्य सामग्री,दवा आदि का वितरण करेंगे।
रक्षा मंत्रालय ने कोरोना के खतरे से निपटने के लिए एनसीसी कैडेट्स और पूर्व सैनिकों की सेवाएं लेने का फैसला किया है। इनका उपयोग लोगों को राहत और आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने में किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वह अपने सेवानिवृत्त जवानों को भी एकजुट कर रहा है ताकि वे सहायता कार्य में मदद कर सकें। राज्य सैनिक बोर्ड,जिला सैनिक बोर्ड भी इस महामारी से लड़ने में योगदान दे रहें है।
दिल्ली डायरेक्टरेट इसके तरह कैडेट्स को ट्रेंनिग देना शुरू कर दिया है इस योगदान में बहुत से कॉलेज के छात्र बाहर निकल कर आए हैं जैसे किरोड़ी मल कॉलेज, हंसराज, मिरांडा हाउस, दौलत राम।
कैडेट ने हमेशा राष्ट्र प्रथम के दायित्व को निभाया है। इस प्रशिक्षण शिविर में कैडेटों को इस प्रशिक्षण के दौरान हथियार के मुश्किल घड़ी से निपटना और उसका सामना करना सिखाया जाता है और उनका मानना है कि ये समय है हम अपने देश को बचाने के लिए अपना योगदान दे।